मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया के सामने बुधवार को एक भीषण हादसा हुआ, जब नौसेना की एक स्पीड बोट अनियंत्रित होकर पर्यटकों से भरी नौका से टकरा गई। इस हादसे में 13 लोगों की जान चली गई, जबकि 101 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया। मृतकों में 10 आम नागरिक और नौसेना के 3 कर्मचारी शामिल हैं। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने घटना की पुष्टि की और हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया।
कैसे हुआ हादसा?
सीएम फडणवीस ने बताया कि नीलकमल नाम की नौका, जो पर्यटकों को गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा आइलैंड ले जा रही थी, उस समय नौसेना की स्पीड बोट से टकरा गई। यह हादसा बुधवार शाम करीब 4 बजे हुआ।
नौसेना ने बाद में एक बयान जारी करते हुए कहा कि उनकी स्पीड बोट इंजन परीक्षण से गुजर रही थी। परीक्षण के दौरान बोट का नियंत्रण खो गया और यह तेजी से नीलकमल नौका की ओर बढ़ गई।
वीडियो में कैद हुआ हादसा
इस दुर्घटना का कथित वीडियो भी सोशल मीडिया पर सामने आया है। वीडियो में देखा जा सकता है कि नौसेना की स्पीड बोट समुद्र में चक्कर लगा रही थी। अचानक, यह बोट तेजी से मुड़ी और नीलकमल नौका की ओर बढ़ गई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि नौका चालक को कोई प्रतिक्रिया देने का मौका नहीं मिला। हादसे के तुरंत बाद अफरा-तफरी मच गई, लेकिन राहत और बचाव कार्य तेजी से शुरू कर दिया गया।
रेस्क्यू ऑपरेशन: बड़ी तादाद में नौसेना और तटरक्षक बल शामिल
रक्षा मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि हादसे के बाद नौसेना और तटरक्षक बल ने घटनास्थल पर बड़े पैमाने पर राहत और बचाव अभियान चलाया। इस ऑपरेशन में भारी संसाधनों का उपयोग किया गया:
- नौसेना की 11 नावें
- समुद्री पुलिस की 3 नावें
- तटरक्षक बल की 1 नाव
- चार हेलीकॉप्टर
सभी एजेंसियों ने समन्वित तरीके से काम करते हुए 101 लोगों को सुरक्षित निकाल लिया।
मृतकों की पहचान और सहायता
सीएम फडणवीस ने बताया कि मृतकों में 10 पर्यटक और 3 नौसेना के कर्मचारी शामिल हैं। उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए ₹5 लाख की सहायता राशि देने की घोषणा की है।
एलीफेंटा आइलैंड का महत्व
गेटवे ऑफ इंडिया से एलीफेंटा आइलैंड तक नियमित रूप से पर्यटक नौकाओं का संचालन होता है। यह द्वीप अपने ऐतिहासिक गुफाओं और प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। यहां हर दिन सैकड़ों पर्यटक आते हैं।
आगे की कार्रवाई
नौसेना ने इस हादसे की जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, बोट का इंजन परीक्षण के दौरान खराब हो गया था, जिसके चलते यह हादसा हुआ। अधिकारियों ने घटना से सबक लेते हुए भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा उपायों को मजबूत करने की बात कही है।