रुद्राक्ष के लाभ: हिंदू धर्म में रुद्राक्ष का विशेष महत्व है। रुद्राक्ष का संबंध भगवान शिव से है। रुद्राक्ष का उपयोग भगवान की पूजा और मंत्र जाप के लिए किया जाता है। रुद्राक्ष के बिना भगवान शिव की पूजा और मंत्र जाप अधूरा माना जाता है। रुद्राक्ष का धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व होने के साथ-साथ विज्ञान ने भी इसका महत्व माना है। वैज्ञानिक निष्कर्षों से भी साबित हुआ है कि रुद्राक्ष स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है। रुद्राक्ष को लोग रोगनाशक भी कहते हैं।
रुद्राक्ष की माला से महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से रोग से लड़ने की क्षमता मिलती है। जिस घर के मंदिर में भगवान शिव का वास हो, वहां भगवान शिव को रुद्राक्ष की माला पहनानी चाहिए। रुद्राक्ष की माला स्वयं भी धारण कर सकते हैं। रुद्राक्ष पहनने से नीचे बताए गए लाभ मिलते हैं।
रुद्राक्ष पहनने के फायदे
-रुद्राक्ष धारण करने से वात, पित्त और कफ की समस्या नहीं होती है। रुद्राक्ष धारण करने वाला व्यक्ति स्वस्थ रहता है।
-गर्भवती महिलाओं के लिए रुद्राक्ष बेहद फायदेमंद माना गया है। रुद्राक्ष धारण करने से त्वचा संबंधी रोग ठीक हो जाते हैं।
– ब्लड प्रेशर और हृदय रोगियों के लिए रुद्राक्ष रामबाण का काम करता है। यदि किसी व्यक्ति को हाई बीपी है तो उसे रुद्राक्ष की माला पहननी चाहिए क्योंकि इससे रक्तचाप सामान्य रहता है। ब्लड प्रेशर के मरीज पंचमुखी रुद्राक्ष को रात में पानी में भिगो दें और सुबह इस पानी को पीने से ब्लड प्रेशर नियंत्रित रहता है।
-रुद्राक्ष की माला पहनने से हार्ट अटैक और ब्रेन हेमरेज की समस्या का खतरा कम हो जाता है। यदि रुद्राक्ष को हृदय के पास रखा जाए तो हृदय का स्वास्थ्य अच्छा रहता है, जिससे दिल का दौरा पड़ने का खतरा कम हो जाता है।
– कुछ घरों में बच्चे अक्सर बीमार रहते हैं। ऐसे में तीन नोक वाला रुद्राक्ष गले में धारण करने से बच्चे का स्वास्थ्य बेहतर रहता है।
– हिस्टीरिया, कोमा और स्त्री रोगों में 10 मुखी रुद्राक्ष पहनने से लाभ होता है इसके अलावा छह मुखी रुद्राक्ष भी इन समस्याओं को दूर करने में कारगर माना जाता है।