Mpox Outbreak: मंकीपॉक्स वायरस एक बार फिर दुनिया भर के देशों के लिए चिंता का विषय बन गया है. इस वर्ष की शुरुआत में डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो में इस बीमारी का प्रकोप देखा गया था। इस वायरस से हजारों लोग संक्रमित हो गए थे. इसके बाद इस बीमारी को महामारी घोषित कर दिया गया. अब यह वायरस अफ्रीका के 13 देशों में फैल चुका है और पिछले साल की तुलना में संक्रमण की संख्या में 160% की बढ़ोतरी हुई है।
चिंता की बात यह है कि मंकीपॉक्स वायरस अफ्रीका के बाहर भी फैलना शुरू हो गया है। पाकिस्तान के स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय ने देश में इस वायरस के पहले मामले की पुष्टि की है। पाकिस्तान में संक्रमित हुआ शख्स सऊदी अरब से आया था. पाकिस्तान की तरह स्वीडन में भी मंकीपॉक्स का पहला मामला सामने आया है। यह वायरस किसी संक्रमित व्यक्ति के साथ सामान्य संपर्क, खासकर यौन संपर्क से आसानी से फैलता है।
मंकीपॉक्स क्या है?
मंकीपॉक्स एक ऐसा वायरस है जो इंसानों और जानवरों दोनों को प्रभावित करता है। यह वायरस भी चेचक परिवार का है। हालाँकि, इसके लक्षण कम गंभीर होते हैं। मंकीपॉक्स से बुखार, थकान, शरीर में दर्द और त्वचा पर चकत्ते हो जाते हैं। ज्यादातर मामलों में यह बीमारी गंभीर नहीं होती लेकिन कुछ मामलों में यह बीमारी गंभीर हो सकती है।
मंकीपॉक्स कैसे फैलता है?
मंकीपॉक्स किसी संक्रमित व्यक्ति या जानवर के संपर्क में आने से फैलता है। यह संक्रामक रोग त्वचा पर आघात, त्वचा से त्वचा के संपर्क, संक्रमित व्यक्ति के सांस लेने या किसी संक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग की गई वस्तु के उपयोग से फैल सकता है।
मंकीपॉक्स से बचाव के उपाय
– बार-बार हाथ धोएं और साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखें।
– संक्रमित व्यक्ति से दूर रहना. किसी संक्रमित व्यक्ति द्वारा उपयोग की गई किसी भी चीज़ का उपयोग न करें।
– अगर त्वचा पर कोई घाव दिखाई दे तो उसे ढककर रखें।
– जानवरों के संपर्क से बचें.
-संक्रमण के खतरे से बचने के लिए सुरक्षित यौन संबंध बनाएं।
– अगर आपके क्षेत्र में मंकीपॉक्स के मामले सामने आ रहे हैं तो टीका लगवाएं।
गौरतलब है कि जिस तरह से अफ्रीका और अन्य देशों में मंकीपॉक्स के मामले सामने आ रहे हैं, उसे देखते हुए भारत सरकार भी इस वायरस पर नजर रख रही है। हालांकि सरकार की ओर से तमाम सावधानियां बरती जा रही हैं, लेकिन लोगों को साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान देने की जरूरत है। इसके अलावा मंकीपॉक्स के लक्षण नजर आने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।