विटामिन-सी के फायदे: मानसून के दौरान विटामिन सी का सेवन करना बहुत जरूरी है। इस मौसम में संक्रमण और बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है। ऐसे में विटामिन सी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं और बीमारियों से लड़ने की ताकत देते हैं। आइए आपको बताते हैं कि विटामिन सी को डाइट में कैसे शामिल किया जा सकता है।
डेंगू-मलेरिया-चिकन दुनिया का खतरा बढ़ने वाला है
बरसात का मौसम खत्म होने के बाद मच्छरों से फैलने वाली बीमारियों जैसे डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया का खतरा भी बढ़ जाता है। विटामिन सी इन बीमारियों से लड़ने के लिए शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है। यह सर्दी, खांसी और फ्लू जैसी बीमारियों से भी बचाता है।
आहार में विटामिन सी को शामिल करना महत्वपूर्ण है
मानसून के दौरान और उसके बाद अपने आहार में विटामिन सी को शामिल करने से डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों को रोकने में मदद मिल सकती है। ये बीमारियाँ आमतौर पर मानसून के दौरान फैलती हैं और विटामिन सी शरीर को इनसे लड़ने में मदद करता है।
विटामिन सी के लाभ
मजबूत रोग प्रतिरोधक क्षमता: विटामिन सी प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाता है। इससे शरीर इन बीमारियों के वायरस और बैक्टीरिया से बेहतर तरीके से लड़ पाता है।
बुखार और सूजन से राहत: डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों के कारण शरीर में सूजन और तेज बुखार होता है। विटामिन सी के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण इन लक्षणों को कम करने में सहायक होते हैं।
घाव जल्दी भरता है: विटामिन सी घाव और शरीर की अन्य आंतरिक समस्याओं को तेजी से भरने में मदद करता है। जो मलेरिया और चिकनगुनिया के बाद ठीक होने के लिए जरूरी है।
एंटीऑक्सीडेंट सुरक्षा: विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो शरीर में मुक्त कणों को बेअसर करता है। कोशिका क्षति को रोकता है और बीमारियों से लड़ने में मदद करता है।
अपने आहार में विटामिन सी कैसे शामिल करें?
संतरा, नींबू, आंवला, पपीता, बेल, कीवी, स्ट्रॉबेरी, ब्रोकली और शिमला मिर्च जैसी सब्जियों और फलों का सेवन बढ़ाएँ। मानसून के दौरान इन खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए ताकि आपका शरीर स्वस्थ और संक्रमण मुक्त रह सके।