प्रयागराज में आयोजित महाकुंभ के दौरान भगदड़ की घटना पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने इस घटना के लिए प्रशासन की लापरवाही और कुप्रबंधन को ज़िम्मेदार ठहराया।
राहुल गांधी ने कहा, “यह दुखद घटना प्रशासन की बदइंतजामी और आम श्रद्धालुओं की अनदेखी का नतीजा है। सरकार का ध्यान सिर्फ़ वीआईपी मूवमेंट पर केंद्रित है, जिससे आम लोगों की सुरक्षा से समझौता किया गया।” उन्होंने सरकार से अपील की कि महाकुंभ में आगे होने वाले महास्नानों के दौरान ऐसी घटनाएं न हों, इसके लिए ठोस कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि “वीआईपी कल्चर पर लगाम लगाई जानी चाहिए और आम श्रद्धालुओं के लिए बेहतर व्यवस्था की जानी चाहिए।”
राहुल गांधी ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से अनुरोध किया कि वे पीड़ित परिवारों की मदद के लिए आगे आएं। उन्होंने मृतकों के परिजनों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। हालांकि, प्रशासन ने अभी तक मृतकों की संख्या को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी है।
अखिलेश यादव ने भी सरकार को घेरा
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस घटना के लिए राज्य सरकार को ज़िम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, “यह हादसा प्रशासन की विफलता और कुप्रबंधन का परिणाम है। सरकार का ध्यान सिर्फ़ वीआईपी सुरक्षा पर है, जबकि आम श्रद्धालु असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।”
अखिलेश यादव ने सरकार से मांग की कि घायलों के इलाज की समुचित व्यवस्था की जाए। उन्होंने कहा कि गंभीर रूप से घायल लोगों को एयर एंबुलेंस के ज़रिए सर्वोत्तम अस्पतालों तक पहुंचाया जाए और मृतकों के शवों को उनके परिजनों तक जल्द से जल्द सौंपने की व्यवस्था की जाए।
उन्होंने आगे कहा, “जो लोग इस भगदड़ में अपने परिवार से बिछड़ गए हैं, उन्हें मिलाने के लिए तुरंत प्रयास किए जाने चाहिए। निगरानी के लिए हेलीकॉप्टर का इस्तेमाल किया जाए ताकि किसी और अनहोनी से बचा जा सके।”
प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़
भगदड़ की इस घटना के बीच प्रशासन के लिए सबसे बड़ी चुनौती श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करना है। मौनी अमावस्या के अवसर पर करीब दो करोड़ श्रद्धालु संगम में स्नान के लिए पहुंचे थे, जिससे व्यवस्थाएं चरमरा गईं। विपक्ष लगातार सरकार पर हमलावर है और बेहतर इंतजाम करने की मांग कर रहा है।