महाराष्ट्र में नासिक और रायगढ़ जिलों के प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। शिवसेना के विरोध के बाद देवेंद्र फडणवीस सरकार ने गिरीश महाजन (नासिक) और अदिति तटकरे (रायगढ़) को प्रभारी मंत्री बनाए जाने के आदेश पर अस्थायी रोक लगा दी है। लेकिन इस रोक के बावजूद शिवसेना और भाजपा के बीच तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है।
शिवसेना का विरोध और दबाव
शिवसेना के नेता और कार्यकर्ता इस बात पर जोर दे रहे हैं कि नासिक और रायगढ़ जिलों की जिम्मेदारी उनके नेताओं को दी जाए।
- रायगढ़ में विरोध:
शिवसेना के नेता और रोजगार गारंटी मंत्री भारत गोगावाले के समर्थकों ने रायगढ़ जिले का प्रभार उन्हें देने की मांग की है।- मंगलवार शाम, गोगावाले के समर्थकों ने दक्षिण मुंबई में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बंगले मुक्तागिरी के बाहर नारेबाजी की।
- समर्थकों का तर्क है कि गोगावाले का रायगढ़ में मजबूत जनाधार है।
- नासिक में असंतोष:
भाजपा नेता गिरीश महाजन को नासिक का प्रभारी मंत्री बनाए जाने पर असहमति है।- शिवसेना नेता दादा भुसे और उनके समर्थक नासिक जिले की जिम्मेदारी चाहते हैं।
- भुसे पहले भी इस जिले का प्रभार संभाल चुके हैं और इसे दोबारा पाने की कोशिश में हैं।
प्रभारी मंत्रियों की नियुक्ति पर रोक
शिवसेना और भाजपा के बीच बढ़ते दबाव के बाद, सरकार ने फिलहाल नियुक्तियों पर रोक लगा दी है।
- हालांकि, 26 जनवरी के आयोजनों में गिरीश महाजन और अदिति तटकरे ही झंडा फहराएंगे।
- शिवसैनिकों को आशंका है कि यह अस्थायी रोक बाद में स्थायी नियुक्ति में बदल सकती है।
रायगढ़ में गोगावाले बनाम तटकरे
रायगढ़ जिले में शिवसेना के भारत गोगावाले और एनसीपी की अदिति तटकरे के बीच लंबे समय से सियासी मतभेद हैं।
- पिछले विवाद:
जब एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री थे और अदिति तटकरे को मंत्री बनाया गया था, तब भी गोगावाले के समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया था।- उस समय शिंदे को अपना दौरा बीच में ही छोड़कर वापस लौटना पड़ा था।
- मौजूदा तनाव:
गोगावाले, जो अब मंत्री हैं, रायगढ़ जिले का प्रभार खोने को लेकर चिंतित हैं। उनके समर्थक प्रदर्शन कर सरकार पर दबाव बना रहे हैं।
शिवसेना-भाजपा के बीच बढ़ता तनाव
नासिक और रायगढ़ जिलों की जिम्मेदारी को लेकर शिवसेना और भाजपा के बीच मतभेद गहरे हो गए हैं।
- भाजपा का पक्ष:
भाजपा नासिक में गिरीश महाजन को प्रभारी मंत्री बनाए रखने पर अड़ी हुई है। - शिवसेना का पक्ष:
शिवसेना चाहती है कि उनके नेताओं को जिलों का प्रभार दिया जाए, खासकर रायगढ़ में।
गोगावाले समर्थकों का विरोध प्रदर्शन
गोगावाले के समर्थकों ने बीते शनिवार को मुंबई-गोवा हाईवे पर प्रदर्शन किया और सड़क जाम कर दी।
- उन्होंने सरकार से यह सुनिश्चित करने की मांग की कि रायगढ़ जिले का प्रभार गोगावाले को दिया जाए।
आगे की संभावनाएं
देवेंद्र फडणवीस और एकनाथ शिंदे की सरकार पर दबाव बढ़ रहा है।
- शिवसेना का दबाव:
शिवसेना यह सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है कि उनके नेताओं को जिलों की जिम्मेदारी मिले। - भाजपा का संतुलन:
भाजपा को अपने नेताओं और सहयोगी दल शिवसेना के बीच संतुलन बनाना मुश्किल हो रहा है।