विदेश मंत्री एस जयशंकर अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विशेष दूत के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करेंगे। जयशंकर इस मौके पर पीएम मोदी का एक विशेष पत्र भी ट्रंप को सौंपेंगे। डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ ग्रहण करेंगे।
भारतीय परंपरा का निर्वाह
सूत्रों के अनुसार, भारतीय दूत का राष्ट्रपति शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होना भारत की परंपरा का हिस्सा है। अतीत में भी भारत ने प्रमुख राष्ट्राध्यक्षों और शासनाध्यक्षों के शपथ ग्रहण समारोहों में अपने प्रतिनिधि भेजे हैं।
पूर्व घटनाओं के उदाहरण
- नाइजीरिया: मई 2023 में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने नाइजीरिया के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह में हिस्सा लिया।
- मालदीव: नवंबर 2023 में तत्कालीन पृथ्वी विज्ञान मंत्री किरेन रीजीजू ने मालदीव के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में भाग लिया।
- ईरान: जुलाई 2024 में सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने ईरान के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में भारत का प्रतिनिधित्व किया।
- इंडोनेशिया और मेक्सिको: विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा ने अक्टूबर 2024 में दोनों देशों के राष्ट्रपतियों के शपथ ग्रहण में भाग लिया।
- फिलीपींस: जून 2022 में विदेश राज्य मंत्री राज कुमार रंजन सिंह फिलीपींस के राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण में शामिल हुए।
जयशंकर की उपस्थिति का महत्व
विदेश मंत्री जयशंकर की इस समारोह में मौजूदगी भारत-अमेरिका संबंधों की गहराई और प्रधानमंत्री मोदी की ट्रंप प्रशासन के साथ सहयोग बढ़ाने की इच्छा को दर्शाती है।