भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर अपने मिशन के दौरान 16 जनवरी को एक बार फिर स्पेसवॉक करेंगी। यह स्पेसवॉक साढ़े छह घंटे लंबी होगी और उनके साथ नासा के अंतरिक्ष यात्री निक हेग भी शामिल होंगे।
12 साल बाद स्पेसवॉक
सुनीता विलियम्स ने पिछली बार 12 साल पहले स्पेसवॉक किया था। इस बार वे नासा के NICER एक्स-रे टेलिस्कोप की मरम्मत और कैनडार्म-2 रोबोटिक आर्म को अपडेट करने का काम करेंगी। नासा ने इस ऐतिहासिक स्पेसवॉक की तैयारी की तस्वीरें साझा की हैं, जिसमें सुनीता और निक को अंतरिक्ष स्टेशन के अंदर अपने स्पेससूट की फिटनेस जांच करते हुए दिखाया गया है।
स्पेसवॉक का लाइव प्रसारण
नासा ने इस स्पेसवॉक का लाइव प्रसारण करने की घोषणा की है। भारतीय समयानुसार यह स्पेसवॉक 16 जनवरी को शाम 6:30 बजे शुरू होगी। इसके बाद, 23 जनवरी को एक और स्पेसवॉक होगी, जो भारतीय समयानुसार शाम 6:45 बजे शुरू होगी। नासा के सोशल मीडिया अकाउंट्स और आधिकारिक प्लेटफॉर्म्स पर इसे देखा जा सकेगा।
क्या है स्पेसवॉक?
स्पेसवॉक वह प्रक्रिया है जब अंतरिक्ष यात्री अंतरिक्ष स्टेशन से बाहर निकलकर किसी प्रयोग, मरम्मत, या अन्य कार्यों को अंजाम देते हैं। यह नासा और अन्य अंतरिक्ष एजेंसियों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह उपकरणों की कार्यक्षमता बनाए रखने और मिशन के उद्देश्यों को पूरा करने में मदद करता है।
मिशन में देरी का कारण
सुनीता विलियम्स और उनके साथी अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर 5 जून को अंतरिक्ष में पहुंचे थे और उन्हें एक सप्ताह के भीतर लौटना था। हालांकि, स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में तकनीकी खराबी के कारण उनकी वापसी में देरी हो गई। नासा ने यान को वापसी के लिए असुरक्षित मानते हुए मिशन को मार्च या अप्रैल तक बढ़ा दिया है।
नासा और सुनीता की नई उपलब्धि
यह स्पेसवॉक न केवल सुनीता विलियम्स के करियर का एक और मील का पत्थर है, बल्कि अंतरिक्ष अन्वेषण में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। नासा ने इसे लेकर अपनी उत्सुकता व्यक्त करते हुए कहा है कि यह मिशन अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में नई ऊंचाइयां छुएगा।