भारतीय टीम को ऑस्ट्रेलिया में बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान 3-1 से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। इस हार से पहले, भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू मैदान पर 3-0 से हार का सामना किया था। ऐसे में टीम इंडिया के हेड कोच गौतम गंभीर और कप्तान रोहित शर्मा से सवाल उठना स्वाभाविक था। इस संदर्भ में 11 जनवरी को मुंबई के एक पांच सितारा होटल में एक रिव्यू मीटिंग का आयोजन किया गया।
इस बैठक के दौरान कप्तानी को लेकर भी सवाल उठाए गए, जिस पर रोहित शर्मा ने स्पष्ट किया कि वह अगले दो-तीन महीने तक कप्तान बने रहेंगे, जबकि बोर्ड को भविष्य के विकल्प तलाशने की आवश्यकता है। यह स्पष्ट है कि रोहित शर्मा 2025 में होने वाली आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में कप्तानी करेंगे, लेकिन उसके बाद उनकी कप्तानी इस बात पर निर्भर करेगी कि टीम का प्रदर्शन कैसा रहता है।
जब जय शाह बीसीसीआई के सचिव थे, उन्होंने कहा था कि चैंपियंस ट्रॉफी और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में यदि भारत पहुंचता है, तो रोहित ही कप्तान रहेंगे। हालाँकि, WTC फाइनल से बाहर होने के बाद, रोहित के पास अपनी कप्तानी साबित करने का एक और मौका है। हालाँकि, उनकी टेस्ट कप्तानी की स्थिति खतरे में है।
रिव्यू मीटिंग में जसप्रीत बुमराह को टेस्ट कप्तान बनाए जाने पर भी चर्चा हुई। अधिकांश अधिकारियों ने बुमराह को कप्तानी के लिए उपयुक्त माना, लेकिन उनकी फिटनेस पर सवाल खड़ा किया गया। बुमराह ने हाल ही में समाप्त हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के सभी पांच मैच खेले, लेकिन अंतिम मैच में चोटिल हो गए थे, जिसके कारण उन्हें दूसरी पारी में गेंदबाजी से रोक दिया गया था। रिपोर्ट्स के अनुसार, बुमराह चैंपियंस ट्रॉफी के लीग मैच भी मिस कर सकते हैं।