2025 के हेनले पासपोर्ट इंडेक्स में भारत की पासपोर्ट रैंकिंग गिरकर 85वें स्थान पर आ गई है। पिछले साल भारत 80वें स्थान पर था। इस साल भारतीय पासपोर्ट धारक 57 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं। भारत अपनी रैंकिंग इक्वेटोरियल गिनी और नाइजर के साथ साझा कर रहा है। दूसरी ओर, पाकिस्तान की रैंकिंग 103वीं है।
सिंगापुर का दबदबा बरकरार
सिंगापुर ने लगातार दूसरे साल हेनले पासपोर्ट इंडेक्स में पहला स्थान हासिल किया है। सिंगापुर के पासपोर्ट धारक 195 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं। जापान दूसरे स्थान पर है, जिसके पासपोर्ट धारक 193 देशों की यात्रा बिना वीजा कर सकते हैं।
टॉप 10 सबसे शक्तिशाली पासपोर्ट
- सिंगापुर
- जापान
- फिनलैंड
- फ्रांस
- जर्मनी
- इटली
- दक्षिण कोरिया
- स्पेन
- ऑस्ट्रिया
- डेनमार्क
यूएई और अमेरिका की स्थिति
यूएई ने पिछले एक दशक में अपनी रैंकिंग में उल्लेखनीय सुधार किया है और अब यह 10वें स्थान पर है। इसके नागरिक 185 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं। दूसरी ओर, अमेरिका की रैंकिंग घटकर नौवें स्थान पर आ गई है, जबकि 2015 में यह दूसरे स्थान पर था।
सबसे कमजोर पासपोर्ट
हेनले पासपोर्ट इंडेक्स 2025 में सबसे नीचे अफगानिस्तान का स्थान है। इसके पासपोर्ट धारक केवल 26 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा कर सकते हैं। इसके ऊपर सीरिया (27 देश), इराक (31 देश), और पाकिस्तान और यमन (33 देश) हैं।
भारत के लिए क्या मायने रखती है रैंकिंग?
भारतीय पासपोर्ट धारकों को 57 देशों में वीजा-मुक्त यात्रा की सुविधा है, लेकिन रैंकिंग में गिरावट यह संकेत देती है कि भारत को अपने अंतरराष्ट्रीय संबंधों और यात्रा सुविधाओं को और मजबूत करने की आवश्यकता है।