ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेटरों एरोन फिंच और साइमन कैटिच ने हाल ही में समाप्त हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय बल्लेबाज विराट कोहली के व्यवहार पर नाराजगी जताई है। उनका मानना है कि इस सीरीज में कोहली ने अपनी प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचाई और मैदान पर उनकी हरकतें अनावश्यक थीं।
ऑस्ट्रेलिया ने इस पांच मैचों की टेस्ट सीरीज को 3-1 से जीत लिया। भारत को एकमात्र जीत पर्थ में मिली, जबकि एडिलेड, मेलबर्न और सिडनी में ऑस्ट्रेलिया ने शानदार प्रदर्शन किया।
कोहली पर उठे सवाल
सीरीज के चौथे मैच के दौरान, कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के डेब्यू खिलाड़ी सैम कॉन्स्टास को धक्का मारा, जिसके लिए उन पर जुर्माना भी लगाया गया। इसके अलावा, आखिरी टेस्ट में उन्होंने स्टेडियम में दर्शकों के सामने गेंद को सैंडपेपर से रगड़ने की नकल की, जो ऑस्ट्रेलिया के 2018 बॉल टैंपरिंग विवाद की ओर इशारा था।
कैटिच और फिंच की प्रतिक्रिया
- साइमन कैटिच:
“कोहली महान खिलाड़ी हैं, लेकिन इस दौरे पर उनका व्यवहार निराशाजनक था। मेलबर्न में धक्का मारने और सिडनी में सैंडपेपर की नकल करने जैसी हरकतों की कोई जरूरत नहीं थी। इससे उनकी प्रतिष्ठा को धक्का पहुंचा है।” - एरोन फिंच:
“विराट का मैदान पर आक्रामक होना कोई नई बात नहीं है, लेकिन इस बार वह हद से आगे बढ़ गए। धक्का मारने जैसी हरकत मैंने पहले कभी नहीं देखी थी। सैंडपेपर की नकल भी बेवजह थी। ये सब देखकर निराशा होती है।”
रोहित शर्मा और कोहली का खराब प्रदर्शन
भारतीय बल्लेबाजों का प्रदर्शन सीरीज में कमजोर रहा। रोहित शर्मा पांच मैचों में नाकाम रहे और आखिरी टेस्ट से खुद को हटा लिया। विराट कोहली ने भले ही एक शतक लगाया, लेकिन उनके आक्रामक व्यवहार ने चर्चा का विषय बना दिया।
विराट कोहली का मैदान पर जुनून उनकी ताकत है, लेकिन इस बार वह इसे संतुलित नहीं रख सके।