नई दिल्ली: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने संसद में संविधान के मुद्दे पर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि कांग्रेस देश के संविधान को एक परिवार की निजी जागीर मानती है और सत्ता में बने रहने के लिए उसने इसमें कई बार संशोधन किया है. अमित शाह ने यह बयान संविधान के 75 साल पूरे होने पर संसद में बहस के दौरान दिया. इसके साथ ही उन्होंने राहुल गांधी की उम्र पर भी सवाल उठाए.
अमित शाह ने दावा किया कि कांग्रेस मुसलमानों को आरक्षण देने के लिए 50 फीसदी आरक्षण कोटा की सीमा को तोड़ना चाहती है. साथ ही उन्होंने पूछा कि क्या कांग्रेस को मुस्लिम पर्सनल लॉ पर भरोसा है? कांग्रेस ने कभी पिछड़े वर्ग के लिए काम नहीं किया. अमित शाह ने एक और बड़ा ऐलान किया. उन्होंने कहा कि बीजेपी उत्तराखंड में समान नागरिक संहिता लेकर आई है और देशभर के सभी राज्यों में समान नागरिक संहिता लागू की जाएगी.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि पिछले 75 सालों से कांग्रेस संविधान के नाम पर धोखा देती रही है. गांधी और नेहरू परिवार न केवल कांग्रेस बल्कि संविधान को भी अपनी निजी जागीर मानते हैं। कांग्रेस ने दो पार्टी शासित राज्यों में धर्म आधारित आरक्षण लागू किया है और मुसलमानों के लिए आरक्षण आरक्षित किया है, जो असंवैधानिक है। संविधान में स्पष्ट उल्लेख है कि धर्म के आधार पर कोई आरक्षण नहीं दिया जा सकता. कांग्रेस ओबीसी के कल्याण के लिए काम नहीं करना चाहती. और इसीलिए वे 50 फीसदी आरक्षण की सीमा तोड़कर मुसलमानों को आरक्षण देना चाहते हैं. लेकिन जब तक इस संसद में बीजेपी का एक भी सांसद नहीं है, तब तक धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जायेगा.