आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में हम में से ज़्यादातर लोग खाना जल्दी-जल्दी खाते हैं, जिसकी वजह से खाने को ठीक से चबाने की आदत पड़ जाती है। यह आदत भले ही छोटी लगे, लेकिन यह हमारे पाचन और समग्र स्वास्थ्य पर गहरा असर डाल सकती है। खाने को ठीक से चबाना सिर्फ़ उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ने तक सीमित नहीं है; यह हमारे स्वास्थ्य के लिए कई मायनों में ज़रूरी है।
पाचन की प्रक्रिया हमारे मुंह से शुरू होती है। जब हम भोजन चबाते हैं, तो वह छोटे-छोटे टुकड़ों में टूट जाता है, जिससे पेट और आंतों के लिए उसे पचाना आसान हो जाता है। साथ ही, हमारी लार में मौजूद एंजाइम भोजन में मौजूद कार्बोहाइड्रेट को तोड़ना शुरू कर देते हैं। ठीक से चबाने की कमी के कारण:
गैस और सूजन: बड़े खाद्य कणों को पचने में अधिक समय लगता है और वे आंतों में गैस और असुविधा पैदा कर सकते हैं।
सीने में जलन: यदि भोजन को ठीक से चबाया न जाए तो पेट को भोजन पचाने में कठिनाई होती है, जिससे एसिड रिफ्लक्स हो सकता है।
जल्दी खाने से हमारा मस्तिष्क भूख और तृप्ति का सही संकेत नहीं दे पाता । शोध बताते हैं कि धीरे-धीरे और सही तरीके से चबाने से तृप्ति वाले हार्मोन सक्रिय होते हैं, जिससे भूख कम लगती है और ज़्यादा खाने से बचा जा सकता है। यह आदत वज़न नियंत्रण में भी मदद कर सकती है।
समग्र स्वास्थ्य पर प्रभाव में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार
2023, चबाना न केवल पाचन से बल्कि समग्र स्वास्थ्य से संबंधित है।
पोषक तत्वों का अवशोषण: यदि भोजन को ठीक से चबाया न जाए तो शरीर को भोजन से सभी पोषक तत्व नहीं मिल पाते।
मौखिक स्वास्थ्य: अच्छी तरह चबाने से लार का उत्पादन बढ़ता है, जो दांतों और मसूड़ों को साफ रखने में मदद करता है।
आसान तरीके
बेहतर ढंग से चबाने के लिए प्रत्येक निवाले को 25-40 बार चबाने की आदत डालें।
छोटे-छोटे निवाले लें और भोजन के बीच में आराम करें।
पानी पीने की आदत डालें, लेकिन इसका उपयोग बड़े टुकड़ों को निगलने के लिए न करें।
धीरे-धीरे और सही तरीके से भोजन करने से न केवल पाचन में सुधार होता है, बल्कि दीर्घकाल में बेहतर स्वास्थ्य भी सुनिश्चित होता है।