भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स पिछले सात महीनों से इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) पर फंसी हुई हैं। वह जून 2023 में अंतरिक्ष यात्री बुच विल्मोर के साथ आठ दिन के लिए ISS पहुंची थीं, लेकिन तकनीकी समस्याओं के कारण उनकी वापसी लगातार टलती जा रही है। नासा और एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स दोनों अंतरिक्ष यात्रियों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रयासरत हैं।
दिवास्वप्न जैसा अनुभव
सुनीता विलियम्स ने हाल ही में नीडहम हाई स्कूल के छात्रों के साथ अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि उन्हें यह सोचने में भी मुश्किल हो रही है कि चलना कैसा महसूस होता है। उन्होंने बताया, “मैं महीनों से न चली हूं, न बैठी हूं, और न ही लेटी हूं। यहां ऐसा करने की जरूरत ही नहीं होती, आप बस अपनी आंखें बंद कर सकते हैं और जहां हैं, वहीं तैर सकते हैं।”
लंबे प्रवास की चुनौती
सुनीता ने कहा कि उनका अंतरिक्ष में प्रवास उम्मीद से कहीं अधिक लंबा हो गया है। “हम जानते थे कि हमें अधिकतम एक महीने तक रुकना पड़ सकता है, लेकिन इतनी लंबी अवधि के लिए रुकना हमारे लिए भी थोड़ा चौंकाने वाला है,” उन्होंने कहा।
अंतरिक्ष में त्योहार और गतिविधियां
ISS में प्रवास के दौरान, विलियम्स और विल्मोर ने थैंक्सगिविंग, क्रिसमस समेत कई त्योहार अंतरिक्ष में मनाए। जनवरी में, विलियम्स ने ISS पर पहली बार स्पेसवॉक भी की। इसके अलावा, उन्होंने अंतरिक्ष से ही 2024 के अमेरिकी राष्ट्रपति चुनावों में मतदान किया।
हालांकि, इतने लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने का उनके स्वास्थ्य पर असर पड़ रहा है। विलियम्स की तस्वीरों में उनका वजन काफी घटा हुआ नजर आ रहा है, जिससे उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंता बढ़ गई है।
सुरक्षित वापसी की उम्मीद
नासा ने एलन मस्क की कंपनी स्पेसएक्स से उनकी वापसी के लिए मदद मांगी है, ताकि सुनीता और उनके साथी सुरक्षित रूप से पृथ्वी पर लौट सकें। उनकी स्थिति की लगातार निगरानी की जा रही है, और उम्मीद है कि उन्हें जल्द ही वापस लाया जाएगा।