Sunday , December 29 2024

श्रुति हासन: आध्यात्मिक सफर, परिवार की आस्थाओं और अपने अनुभवों की कहानी

Shruti Hassan 1735394490679 1735

बॉलीवुड एक्ट्रेस श्रुति हासन ने अपनी आध्यात्मिक यात्रा, ईश्वर में विश्वास, और अपने परिवार की आस्थाओं को लेकर एक अनोखी कहानी साझा की है। उन्होंने बताया कि कैसे उनके घर का माहौल नास्तिकता और आस्तिकता के बीच संतुलित था, और इस माहौल ने उनके जीवन में आध्यात्मिक खोज को प्रेरित किया।

पिता की नास्तिकता और मंदिर जाने की मनाही

श्रुति ने खुलासा किया कि उनके पिता, कमल हासन, एक नास्तिक हैं। इसी कारण, उन्हें मंदिर जाने की अनुमति नहीं थी। उन्होंने कहा,
“मेरा घर लगभग पूरी तरह नास्तिक था। मेरी मां आस्तिक थीं, लेकिन मेरे पिता बिल्कुल नहीं। इसलिए हमारे घर में भगवान और धर्म को लेकर कोई चर्चा नहीं होती थी।”
श्रुति ने बताया कि यह उनके लिए एक अनोखा अनुभव था, क्योंकि उन्हें खुद धर्म और ईश्वर को लेकर अपने विचार और विश्वास बनाने पड़े।

चोरी-छिपे आध्यात्मिक यात्रा की शुरुआत

श्रुति ने मजाकिया अंदाज में कहा कि उनकी धर्म की ओर यात्रा चोरी-छिपे शुरू हुई। उन्होंने बताया कि जब वह छोटी थीं, तो अपने घर के पास साइकिल चलाते समय मंदिर और चर्च की घंटियों की आवाजें उन्हें आकर्षित करती थीं।
“मुझे साइकिल चलाने के लिए गेट के पास जाने की अनुमति नहीं थी, लेकिन मैं हर सुबह चर्च और मंदिर की घंटियां सुनती थी। मैं सोचती थी कि सबसे पहले कहां जाऊं। मंदिर मेरे घर से दूर था, इसलिए मैं हफ्ते में एक बार चर्च जाया करती थी। कई महीनों तक घरवालों को पता भी नहीं चला।”

दादाजी के साथ पहला मंदिर अनुभव

श्रुति ने अपने पहले मंदिर जाने का किस्सा भी साझा किया। यह उनके दादाजी के साथ हुआ, जो उन्हें चेन्नई के एक मंदिर लेकर गए थे।
“दादाजी ने मुझसे कहा कि मैं अपने पिता को न बताऊं कि वह मुझे मंदिर लेकर गए थे। उनके गुजरने के बाद मेरे लिए वह अनुभव और भी खास हो गया।”
श्रुति ने बताया कि यह उनके जीवन का ऐसा क्षण था जिसने उन्हें आध्यात्मिकता के करीब लाने में अहम भूमिका निभाई।

ईश्वर में आस्था: हिम्मत का स्त्रोत

जब श्रुति से पूछा गया कि उन्हें जिंदगी में सबसे ज्यादा हिम्मत कहां से मिलती है, तो उन्होंने जवाब दिया,
“ईश्वर में मेरी आस्था मेरी सबसे बड़ी ताकत है। मैंने ईश्वर की शक्ति पर भरोसा किया है, और यह विश्वास मुझे जीवन में कई चीजों तक लेकर गया है।”

धर्म और आध्यात्मिकता का अनूठा रिश्ता

श्रुति ने कहा कि उनकी आध्यात्मिकता इस वजह से मजबूत हुई क्योंकि उन्हें बचपन में इसे करने से रोका गया था। उन्होंने कहा,
“बच्चों के साथ ऐसा होता है कि जिस चीज से आप उन्हें रोकते हैं, वे उसी में रुचि लेना शुरू कर देते हैं। मेरे लिए यही धर्म के साथ हुआ।”