शुगर डैडी क्या है: आधुनिक रिश्तों में नए चलन और अवधारणाएँ देखने को मिल रही हैं, ऐसा ही एक शब्द है ‘शुगर डैडी’, इस शब्द का इस्तेमाल ऐसे पुरुष के लिए किया जाता है जो किसी युवा लड़की के साथ रोमांटिक रिश्ते में होता है, और उसे आर्थिक मदद भी देता है। यह रिश्ता अक्सर एक समझौते पर आधारित होता है, जिसमें ‘शुगर डैडी’ आर्थिक रूप से मजबूत होता है और बदले में उसे अपने युवा साथी से कंपनी, दोस्ती या कभी-कभी भावनात्मक या शारीरिक संतुष्टि मिलती है। ये रिश्ते सामान्य रोमांटिक रिश्तों से अलग होते हैं क्योंकि इनमें पैसे और भावनात्मक रिश्ते का स्पष्ट संतुलन होता है
‘शुगर डैडी’ की अवधारणा हाल के दशकों में बहुत लोकप्रिय हो गई है, खासकर पश्चिमी देशों में, और अब यह भारत जैसे देशों में और भी लोकप्रिय हो रही है। इनमें से ज़्यादातर अमीर और आर्थिक रूप से स्थिर पुरुष होते हैं जो युवा लड़कियों को वित्तीय मदद देते हैं जो आर्थिक रूप से कमज़ोर हैं या जिन्हें किसी विशेष मदद की ज़रूरत है।
यह प्रवृत्ति क्यों बढ़ रही है?
1. वित्तीय स्वतंत्रता की इच्छा
आज की युवा पीढ़ी अपने जीवन में जल्दी से जल्दी वित्तीय स्थिरता और स्वतंत्रता हासिल करना चाहती है। कई युवा आर्थिक रूप से तनाव महसूस करते हैं, खासकर महंगी शिक्षा, जीवनशैली और करियर की दौड़ में। ऐसे में शुगर डैडी के साथ संबंध उनकी वित्तीय जरूरतों को पूरा करने का एक जरिया बन जाता है।
2. सोशल मीडिया और डेटिंग ऐप्स
सोशल मीडिया और खासकर डेटिंग ऐप्स ने इस ट्रेंड को और भी बढ़ावा दिया है। अब शुगर डैडी और शुगर बेबी (वह लड़की जो शुगर डैडी के साथ रिलेशनशिप में है) आसानी से एक-दूसरे से संपर्क कर सकते हैं। यह सुविधा इन रिश्तों को और भी सामान्य और आसान बना रही है।
3. लचीलापन
पारंपरिक रिश्तों की तुलना में शुगर डैडी-शुगर बेबी रिश्तों में ज़्यादा लचीलापन और आज़ादी होती है। दो लोगों के बीच स्पष्ट रूप से सीमाएँ और समझौते तय होते हैं, जो कुछ लोगों को आकर्षित करते हैं। यह रिश्ता किसी भी भावनात्मक ज़िम्मेदारी से मुक्त हो सकता है, जो इसे पारंपरिक रिश्तों से अलग बनाता है।
4. जीवनशैली का आकर्षण
कई युवा बेहतर जीवनशैली का सपना देखते हैं, जिसमें लग्जरी कारें, महंगे कपड़े और दुनिया भर की सैर शामिल है। शुगर डैडी के साथ रिश्ता उन्हें ये सब चीजें दे सकता है जो आमतौर पर उनके लिए पाना मुश्किल होता है।