महाराष्ट्र के बीड और परभणी में हालिया घटनाओं के बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को दौरा न करने को लेकर शिवसेना (यूबीटी) की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। इस पर पलटवार करते हुए फडणवीस ने कहा, “मैं ट्रैजेडी टूरिज्म को बढ़ावा देने में यकीन नहीं करता। मेरे लिए सरकार की ठोस कार्यवाही और पीड़ित परिवारों तक मदद पहुंचाना अधिक महत्वपूर्ण है।” उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी प्राथमिकता प्रतीकात्मक दौरों के बजाय समस्याओं के समाधान पर है।
परभणी और बीड की घटनाओं को लेकर फडणवीस का रुख
परभणी में संविधान के कथित अपमान के बाद हुई हिंसा और बीड जिले के मसरजोग गांव में सरपंच की हत्या पर बोलते हुए फडणवीस ने इन घटनाओं को गंभीर बताया। उन्होंने कहा कि वे इन मामलों को लेकर चिंतित हैं और ठोस कार्रवाई सुनिश्चित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी अनुपस्थिति में डिप्टी सीएम अजित पवार ने घटनास्थलों का दौरा कर पीड़ित परिवारों से मुलाकात की।
शिवसेना (यूबीटी) ने फडणवीस पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री ने घटनास्थल पर जाकर संवेदनशीलता नहीं दिखाई। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए फडणवीस ने कहा कि उनका ध्यान केवल दिखावे पर नहीं, बल्कि पीड़ितों तक राहत पहुंचाने पर है।
महायुति सरकार का विजन: “वादे पूरे करेंगे”
नागपुर में अपनी पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मुख्यमंत्री फडणवीस ने महायुति सरकार के विजन पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि जनता ने ऐतिहासिक जनादेश दिया है और सरकार सभी वादों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।
फडणवीस ने कहा, “हम महाराष्ट्र के समग्र और संतुलित विकास के लिए काम करेंगे। मेरे अनुभव ने मुझे मजबूती से नेतृत्व करने के लिए तैयार किया है।” उन्होंने महायुति सरकार की प्राथमिकताओं को जनता के सामने रखते हुए विकास के रोडमैप पर विस्तार से बात की।
ऊर्जा क्षेत्र में सुधार और सिंचाई परियोजनाएं
फडणवीस ने महाराष्ट्र के ऊर्जा क्षेत्र में बड़े सुधार की योजनाओं की घोषणा की। उन्होंने 25 साल की योजना का जिक्र करते हुए बताया कि राज्य में बिजली दरों को स्थिर या कम किया जाएगा। इसके साथ ही गरीब परिवारों को सौर ऊर्जा की सुविधा प्रदान करने की योजना पर काम शुरू हो चुका है।
सिंचाई परियोजनाओं पर बात करते हुए उन्होंने बताया कि छह नदियों को आपस में जोड़ने की एक महत्वाकांक्षी योजना बनाई जा रही है। यह परियोजना न केवल जल संकट का समाधान करेगी बल्कि कृषि उत्पादकता को भी बढ़ाएगी।
गढ़चिरौली: नक्सल प्रभावित क्षेत्र को स्टील सिटी बनाने का सपना
मुख्यमंत्री फडणवीस ने गढ़चिरौली को भारत के अगले “स्टील सिटी” में बदलने की योजना साझा की। उन्होंने कहा, “यह नक्सल प्रभावित क्षेत्र खनन और इस्पात उत्पादन का हब बन सकता है।” फडणवीस ने जिले के लिए गार्जियन मंत्री बनने की इच्छा व्यक्त की और इसे विकास का आदर्श उदाहरण बनाने का वादा किया।
इसके अलावा, उन्होंने राज्य में साइबर अपराधों से निपटने के लिए एक एकीकृत डिजिटल प्लेटफॉर्म शुरू करने की योजना का भी उल्लेख किया।
विपक्ष पर पलटवार: “कांग्रेस ने खुद अंबेडकर का अपमान किया”
फडणवीस ने कांग्रेस द्वारा केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर डॉ. बीआर अंबेडकर के प्रति अनादर के आरोपों को खारिज करते हुए विपक्ष पर पलटवार किया। उन्होंने कहा, “कांग्रेस ने अतीत में खुद अंबेडकर का अपमान किया है। भाजपा पर झूठे आरोप लगाकर कांग्रेस अपनी विफलताओं को छिपाने की कोशिश कर रही है।”
संकल्प और उम्मीदों का विश्वास
मुख्यमंत्री ने जनता को भरोसा दिलाते हुए कहा कि उनकी सरकार केवल घोषणाओं तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि सभी वादों को समयबद्ध तरीके से पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि महायुति सरकार का मुख्य उद्देश्य महाराष्ट्र को समग्र और संतुलित विकास की ओर ले जाना है।
“हमारे प्रयास दिखावे से परे हैं। हमारा ध्यान ठोस कार्रवाई पर है,” फडणवीस ने कहा।