हिंदू धर्म में शाम के समय धूनी देने की एक प्राचीन परंपरा है। लोग पूजा-पाठ के दौरान कम से कम अगरबत्ती या धूप जरूर जलाते हैं। ऐसा माना जाता है कि धूनी देने से घर की नकारात्मक ऊर्जा समाप्त होती है और सुख-शांति के साथ सकारात्मकता का संचार होता है। लेकिन धूनी का महत्व केवल धार्मिक मान्यताओं तक सीमित नहीं है; यह सेहत के लिए भी कई लाभ प्रदान करती है। आइए जानते हैं कुछ ऐसी चीजें जिन्हें रोज शाम जलाना न केवल नेगेटिविटी को दूर करता है, बल्कि यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद होता है।
1. नीम के पत्तों की धूनी
हर शाम नीम के पत्तों की धूनी देना लाभदायक होता है। नीम के एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण घर में बैक्टीरिया को खत्म करते हैं, जिससे मौसमी बीमारियों का खतरा कम होता है। इसके अलावा, नीम की धूनी मानसिक तनाव को कम करती है और दिमाग को शांति प्रदान करती है। माना जाता है कि नीम में नकारात्मकता को सोखने की शक्ति होती है, जिससे एक सकारात्मक वातावरण बनता है।
2. लोबान की धूनी
लोबान या लोहबान का उपयोग पूजा-पाठ और झाड़-फूंक में किया जाता है। रोज शाम थोड़ी सी लोबान जलाने से घर की नकारात्मकता दूर होती है। यदि किसी को सांस फूलने की समस्या है, तो गोबर के उपले पर लोबान, गूगल और घी डालकर जलाने से राहत मिल सकती है। लोबान की धूनी मानसिक शांति प्रदान करती है और नकारात्मक विचारों को दूर करती है।
3. कपूर और लौंग का धुआं
शाम के समय कपूर और लौंग जलाने की परंपरा सदियों पुरानी है। इन दोनों में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो घर में रोगाणुओं का नाश करते हैं और स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। कपूर और लौंग की खुशबू तनाव कम करने में सहायक होती है, जिससे मानसिक शांति मिलती है।
4. तेज पत्ते का धुआं
रसोई में रखे तेज पत्ते का धुआं भी काफी फायदेमंद है। इसका मजबूत अरोमा मस्तिष्क को रिलैक्स करता है और तनाव को कम करने में मदद करता है। तेज पत्ते का धुआं इनहेल करने से इम्यूनिटी बूस्ट होती है और इसमें प्राकृतिक एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सूजन को कम करने में मददगार होते हैं।
इन सभी चीजों की धूनी शाम को देने से न केवल घर की नकारात्मकता दूर होती है, बल्कि एक सकारात्मक और खुशनुमा माहौल भी बनता है।