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शरीर के इन 5 अंगों में दर्द होना सामान्य नहीं, थायरॉइड विकार का है संकेत, कहीं आप इसे कर तो नहीं रहे नजरअंदाज?

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थायरॉइड की बीमारी महिलाओं में सबसे आम है, क्योंकि पीरियड्स, प्रेग्नेंसी और मेनोपॉज के कारण उनके शरीर में हॉरमोन्स में उतार-चढ़ाव होता रहता है। थायरॉइड की समस्या महिलाओं में प्रजनन क्षमता को भी प्रभावित करती है, इसलिए इसका निदान और समय रहते उपाय करना बहुत जरूरी है। ऐसे में अगर आपको इन अंगों में दर्द महसूस हो रहा है, तो इसे नजरअंदाज न करें।

गर्दन और कंधे

थायरॉयड ग्रंथि गर्दन में स्थित होती है और जब यह ठीक से काम नहीं करती है, तो यह गर्दन में सूजन और दर्द पैदा कर सकती है। थायरॉयड की समस्या मांसपेशियों में तनाव और अकड़न पैदा कर सकती है। सूजन के कारण गर्दन में दर्द और कंधों में तनाव भी हो सकता है।

पीछे

थायरॉइड की समस्या भी पीठ दर्द का कारण बन सकती है। हाइपोथायरायडिज्म मांसपेशियों की कमजोरी का कारण बनता है, जिससे पीठ दर्द और बेचैनी हो सकती है। यह आसन संबंधी समस्याओं का भी कारण बन सकता है।

जोड़ और मांसपेशियाँ

थायरॉइड के उच्च या निम्न स्तर का असर जोड़ों और मांसपेशियों पर भी पड़ता है। हाइपोथायरायडिज्म के कारण मांसपेशियों में अकड़न और दर्द होता है। वहीं हाइपरथायरायडिज्म के कारण भी मांसपेशियों में कमजोरी और थकान होती है, जिससे जोड़ों में दर्द हो सकता है।

हाथ और पैर

थायरॉइड की बीमारी से हाथ-पैरों में दर्द और सुन्नपन भी हो सकता है। दरअसल, थायरॉइड ग्रंथि के असंतुलन के कारण नसों में दबाव बढ़ जाता है, जिससे जलन, सुन्नपन, झुनझुनी और दर्द हो सकता है।

छाती

हाइपरथायरायडिज्म के कारण दिल की धड़कनें तेज़ हो सकती हैं, जिससे सीने में दबाव और दर्द की अनुभूति हो सकती है। यह परेशानी कभी-कभी चिंता और तनाव का कारण भी बन सकती है।