सोशल मीडिया पर इन दिनों एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक न्यूज एंकर को जनवरी 2025 में कोरोना की चौथी लहर आने की “भविष्यवाणी” करते हुए दिखाया गया है। वीडियो में दावा किया गया है कि पूर्वी एशिया में कोरोना मामलों में भारी वृद्धि हो सकती है और लोगों को अगले 40 दिनों तक सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
हालांकि, फैक्ट चेक ने इस दावे को पूरी तरह से फर्जी पाया है। जांच में सामने आया कि यह वीडियो 2022 का है और इसे भ्रामक तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है।
वायरल वीडियो का दावा क्या है?
17 दिसंबर को एक फेसबुक यूजर ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा, “सावधान रहें, 2025 में फिर से कोरोना का खतरा आ रहा है। चीन में हर दिन हजारों लोग मर रहे हैं।” यह पोस्ट तेजी से वायरल हो गया और कई यूजर्स ने इसे सच मानकर साझा किया।
जांच में क्या पता चला?
फैक्ट चेक टीम ने गूगल पर कीवर्ड सर्च और सरकारी वेबसाइट्स की जांच की।
- भारत में मौजूदा स्थिति: केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की वेबसाइट के मुताबिक, भारत में फिलहाल केवल 11 सक्रिय कोरोना मामले हैं।
- चौथी लहर पर कोई जानकारी नहीं: मंत्रालय की वेबसाइट पर चौथी लहर या मामलों में वृद्धि को लेकर कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है।
- वीडियो का सत्यापन: जांच में पाया गया कि वायरल वीडियो 2022 का है, जिसे अब गलत संदर्भ में शेयर किया जा रहा है।
एंकर और विशेषज्ञों का बयान
- न्यूज एंकर की पुष्टि: वीडियो में दिख रहे न्यूज एंकर सैयद सुहैल ने कहा, “यह क्लिप 2022 की है और उस समय की रिपोर्ट्स पर आधारित थी। हाल ही में ऐसा कोई अपडेट नहीं आया है।”
- विशेषज्ञ की राय: डॉ. बी.आर. अंबेडकर बायोमेडिकल रिसर्च सेंटर के निदेशक प्रो. सुनीत कुमार सिंह ने स्पष्ट किया कि 2025 में कोरोना की चौथी लहर को लेकर कोई अलर्ट जारी नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, “पैनिक करने की कोई जरूरत नहीं है। 2025 की स्थिति 2024 की तरह ही सामान्य रहने की उम्मीद है।”
निष्कर्ष: फर्जी है वायरल वीडियो का दावा
फैक्ट चेक से स्पष्ट है कि यह वायरल वीडियो 2022 का है और इसे भ्रामक दावे के साथ शेयर किया जा रहा है। 2025 में कोरोना की चौथी लहर का दावा पूरी तरह से गलत और भ्रामक है।
सावधानी बरतें, फर्जी खबरों से बचें
भ्रामक जानकारी के शिकार होने से बचने के लिए केवल विश्वसनीय और आधिकारिक स्रोतों से प्राप्त जानकारी पर भरोसा करें। सोशल मीडिया पर वायरल दावों को सच मानने से पहले उनकी प्रामाणिकता की जांच जरूर करें।