निम्न रक्तचाप: तनाव स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है। जिससे बीपी बढ़ता है और हृदय पर भी असर पड़ता है। इतना ही नहीं, तनाव के कारण हमारा संपूर्ण स्वास्थ्य भी ख़राब हो जाता है। हम सभी जानते हैं कि तनाव से रक्तचाप बढ़ता है। आपने अक्सर घर के बड़े-बुजुर्गों को यह कहते हुए सुना होगा। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि यह बीपी को भी कम कर सकता है? स्वस्थ रहने के लिए तनाव से दूर रहना बहुत जरूरी है। इसके अलावा बीपी लेवल ज्यादा या कम नहीं होना चाहिए। आइए विशेषज्ञों से जानें कि क्या अधिक तनाव भी लो बीपी का कारण बन सकता है। यह जानकारी न्यूबर्ग डायग्नोस्टिक्स, नोएडा के लैब चीफ डॉ. विज्ञान मिश्रा दे रहे हैं।
क्या तनाव के कारण लो बीपी हो सकता है?
- तनाव हमेशा हाई बीपी से जुड़ा होता है। लेकिन, इसके कारण कुछ लोगों को हाइपोटेंशन यानी लो बीपी की समस्या भी हो सकती है।
अत्यधिक तनाव हाई बीपी का कारण बनता है क्योंकि इससे तनाव हार्मोन का स्राव होता है। लेकिन, लंबे समय तक तनाव का विपरीत प्रभाव भी पड़ सकता है। - जब हम लंबे समय तक तनाव में रहते हैं तो इसके कारण शरीर बहुत कमजोर हो जाता है और एड्रेनल ग्रंथियां पर्याप्त मात्रा में तनाव हार्मोन का उत्पादन नहीं कर पाती हैं।
- जिस तरह तनाव हार्मोन का बढ़ना अच्छा नहीं है, उसी तरह सामान्य से कम होने पर भी नुकसान होता है। इससे शरीर में हार्मोनल असंतुलन हो जाता है और बीपी कम हो जाता है।
- अत्यधिक तनाव भी वासोवागल सिंकोप का कारण बन सकता है। इसके कारण, नसें हृदय को धीमा होने का संकेत देती हैं और रक्त वाहिकाएं फैल जाती हैं।
- जिसके कारण बीपी अचानक कम हो जाता है और हृदय गति धीमी हो जाती है। इससे मस्तिष्क में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है और थकान, कमजोरी और बेहोशी हो सकती है।
- वहीं, अत्यधिक तनाव के कारण व्यक्ति भोजन छोड़ना शुरू कर देता है, निर्जलित रहता है और पर्याप्त नींद नहीं ले पाता है। जिसके कारण बीपी भी लो हो सकता है।
- जिन लोगों का बीपी पहले से ही कम है, वे तनाव लेंगे तो समस्या और बढ़ सकती है।