भारतीय कप्तान रोहित शर्मा अपनी ऑन-फील्ड बातचीत के लिए अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। उनकी सलाह, शिकायतें, और साथी खिलाड़ियों को दिए गए सुझाव न केवल टीम के लिए उपयोगी होते हैं, बल्कि फैंस को भी काफी मनोरंजक लगते हैं। बॉक्सिंग डे टेस्ट के दूसरे दिन एमसीजी (मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड) पर कुछ ऐसा ही देखने को मिला, जब उन्होंने ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा के साथ मजेदार बातचीत की।
“आउट कौन करेगा फिर, मैं?” – रोहित शर्मा का अनोखा अंदाज
दूसरे दिन के खेल के दौरान जडेजा ने एक विशेष फील्ड प्लेसमेंट की मांग की, जिस पर रोहित ने मजेदार अंदाज में जवाब दिया। जडेजा ने फील्ड में बदलाव की इच्छा जताई, लेकिन रोहित ने उन्हें समझाते हुए कहा:
- रोहित: “उधर (गेंद) नहीं जाएगा यार।”
- रोहित (हंसते हुए): “उधर आउट हो जाएगा। इतना लंबा (बाउंड्री) है उधर यार। हमें आउट करने के लिए देखना है उसको। आउट कौन करेगा फिर, मैं? मेरे को डालना पड़ेगा फिर बॉल।”
यह संवाद न केवल मैच के रणनीतिक पहलू को दिखाता है, बल्कि रोहित की चतुराई और मैदान पर उनके हल्के-फुल्के अंदाज को भी दर्शाता है।
भारतीय टीम का प्रदर्शन: पहले दिन का जायजा
मैच के शुरुआती दो दिन भारतीय टीम के लिए मिश्रित रहे। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान पैट कमिंस ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, जो सही साबित हुआ। उनकी टीम ने पहली पारी में 474 रन बनाए।
- स्टीव स्मिथ ने शानदार शतक लगाया।
- सैम कोंस्टास, उस्मान ख्वाजा, और मार्नस लाबुशेन ने अर्धशतक जड़े।
- कप्तान पैट कमिंस ने 49 रनों की अहम पारी खेली।
भारत के गेंदबाजों में जसप्रीत बुमराह सबसे सफल रहे, जिन्होंने तीन विकेट लिए। रविंद्र जडेजा ने भी तीन विकेट चटकाए, जबकि आकाश दीप और वॉशिंगटन सुंदर ने क्रमशः दो और एक विकेट लिए।
रोहित शर्मा का फ्लॉप शो
भारतीय टीम जब बल्लेबाजी के लिए उतरी, तो कप्तान रोहित शर्मा जल्दी आउट हो गए। उनका विकेट गिरने से भारतीय टीम पर दबाव बढ़ गया। शुरुआती झटकों के कारण भारतीय पारी लड़खड़ाती नजर आई।
फील्डिंग और रणनीति में रोहित का दखल
रोहित शर्मा की कप्तानी का यह पहलू खासा प्रभावी है कि वह हर गेंद पर बारीकी से ध्यान देते हैं। जडेजा के ओवर से पहले उनके द्वारा दी गई सलाह और फील्ड प्लेसमेंट को लेकर उनकी बातचीत टीम की रणनीतिक सोच को दिखाती है।
फैंस को क्यों पसंद हैं रोहित की बातें?
रोहित शर्मा का मैदान पर बात करने का तरीका बेहद स्वाभाविक और मजेदार है। फैंस उनकी भाषा, मजाकिया लहजे, और मैच की गंभीरता के बीच हंसी-मजाक का संतुलन देखकर आकर्षित हो जाते हैं। यह उनके व्यक्तित्व को अन्य कप्तानों से अलग बनाता है।