साबूदाना खिचड़ी एक हेल्दी रेसिपी है. इसका प्रयोग व्रत के दिनों में किया जाता है। साबूदाने से खिचड़ी के अलावा हलवा और पापड़ भी बनाये जाते हैं. इसे बनाते समय कठिनाई का सामना करना पड़ सकता है। साबुन के साथ बड़ी समस्या यह है कि अगर इसे अच्छी तरह से भिगोया न जाए तो यह आपस में चिपक जाता है। जिससे आपकी खिचड़ी ख़राब हो जाती है. साबूदाना के चिपचिपेपन के कारण इसे तलना या पकाना मुश्किल हो जाता है।
साबुन भिगोते समय इस बात का ध्यान रखें
अगर साबुन के दाने अच्छी तरह से भीगे नहीं हैं तो वे पैन में डालते ही चिपकने लगते हैं। यह आवश्यक है कि आप इसे खिलने का समय दें। एक अच्छी रेसिपी बनाने के लिए इसे कम से कम 3-4 घंटे तक भीगने और फूलने के लिए छोड़ दें। साथ ही पकाने से पहले इसे 10-15 मिनट के लिए चरनी में ही रहने दें. जिससे इसका सारा पानी निकल जाता है।
साबूदाना खिचड़ी में डालें ये चीजें
साबूदाना खिचड़ी को चिपचिपा होने से बचाने के लिए आप इसमें तेल की जगह घी का इस्तेमाल कर सकते हैं. स्वाद के साथ-साथ इसके दाने भी अलग होंगे. साथ ही इसमें आलू मिलाने से इसकी गर्मी कम हो जाती है.
इसका भी ध्यान रखें
साबूदाना खिचड़ी को ज्यादा देर तक पकाने से भी यह चिपचिपी हो जाती है. जरूरी है कि आप इसे नरम होने तक पकाएं. अगर आप इसे देखकर अंदाजा नहीं लगा पा रहे हैं तो अपनी उंगलियों से जांच लें.
अगर साबुन के दाने चिपकने लगें तो क्या करें?
अगर आप साबूदाना खिचड़ी बनाने से पहले साबूदाना को अच्छी तरह से नहीं फुलाते हैं, तो यह पैन से चिपक जाता है. ऐसे में इसे थोड़ा बेहतर बनाने के लिए आप इसे बनाते समय इसमें तेल भी मिला सकते हैं. यह उन्हें एक साथ चिपकने से रोकेगा।