दुबई से बेंगलुरु तक सोने की तस्करी
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अभिनेत्री रान्या ने कहा, “मुझे 1 मार्च को एक विदेशी नंबर से कॉल आया।” पिछले दो सप्ताह से मुझे लगातार विदेशी नंबरों से कॉल आ रहे हैं। मुझे दुबई हवाई अड्डे के टर्मिनल 3 के गेट ए पर जाने के लिए कहा गया। मुझे दुबई एयरपोर्ट से सोना लेकर बेंगलुरु पहुंचाने को कहा गया। उसने कहा, “यह पहली बार है जब मैंने दुबई से बेंगलुरु तक सोने की तस्करी की है।” मैंने पहले कभी दुबई से सोना नहीं खरीदा और न ही कभी वापस लाया हूं। रान्या राव ने खुलासा किया कि उसने एयरपोर्ट पर क्रेप बैंडेज और कैंची खरीदी थी और एयरपोर्ट के शौचालय में अपने शरीर पर सोने की छड़ें छिपा ली थीं।
शौचालय में छिपाया गया सोना
राव ने आगे बताया कि सोना दो प्लास्टिक से ढके पैकेटों में था, मैंने हवाई अड्डे के शौचालय में अपने शरीर में सोने की छड़ें छिपा रखी थीं। मैंने सोना अपनी जींस और जूतों में छुपा लिया। मैंने यूट्यूब वीडियो से यह करना सीखा, उससे पूछा कि उसे किसने फोन किया और क्या वह उस व्यक्ति की पहचान जानती है, तो उसने कहा, “मुझे बिल्कुल नहीं पता कि मुझे किसने फोन किया।” जिस व्यक्ति ने मुझे फोन किया था उसका उच्चारण अफ्रीकी-अमेरिकी था। हवाई अड्डे पर सुरक्षा जांच के बाद उसने मुझे सोने की छड़ें दीं और तुरंत चला गया। मैं उनसे दोबारा कभी नहीं मिला और मैंने उन्हें दोबारा कभी नहीं देखा। वह आदमी 6 फुट लंबा और बहुत गोरा था।
सोना किसे दिया जाना था?
मुझे बताया गया कि मुझे बेंगलुरू में एक अजनबी को सोने की छड़ें पहुंचानी हैं। सोना किसे देना था, इस बारे में अभिनेत्री ने कहा कि उन्हें एयरपोर्ट टोल गेट के बाद सर्विस रोड पर जाकर सिग्नल के पास एक ऑटोरिक्शा में सोना रखने को कहा गया था, लेकिन उन्हें ऑटोरिक्शा का नंबर नहीं बताया गया था। उन्होंने कहा कि पूछताछ के दौरान उन्हें किसी अज्ञात व्यक्ति से सोना लेकर किसी अज्ञात व्यक्ति को सोना देने को कहा गया था। राव ने खुद भी खुलासा किया था कि उन्होंने टिकट बुक करने के लिए जतिन विजय कुमार के क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल किया था। अपने बयान में राव ने अपनी लगातार विदेश यात्राओं के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा, मैं फोटोग्राफी और रियल एस्टेट के कारोबार के लिए विदेश जा रहा हूं। मैंने यूरोप, अमेरिका, अफ्रीका और मध्य पूर्व की कई बार यात्रा की है। डीआरआई इस मामले की जांच कर रही है। हालांकि राव ने तस्करी सिंडिकेट के बारे में कोई जानकारी नहीं दी है, लेकिन डीआरआई ने अभिनेत्री के फोन और लैपटॉप से मिले डेटा के आधार पर सिंडिकेट के सदस्यों का पता लगा लिया है।