डायबिटीज दिन-ब-दिन लोगों के बीच बढ़ती स्वास्थ्य समस्या है.. इस बीमारी के लिए डॉक्टर क्या उपाय बताते हैं लेकिन कुछ प्राकृतिक तरीके भी जरूरी हैं..
शतावरी एक आयुर्वेदिक औषधीय जड़ी बूटी है। यह स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है.. यह मानव शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है.. आइए देखें कि यह मधुमेह को कैसे नियंत्रित कर सकता है..
शतावरी को पाउडर या टैबलेट के रूप में लिया जा सकता है। अश्वगंधा को आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों के राजा के रूप में जाना जाता है, जबकि शतावरी को आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियों की रानी के रूप में जाना जाता है।
इस शतावरी को शतावरी कहा जाता है.. शतावरी की बेल में 100 से अधिक जड़ें होती हैं। ये 30-100 सेमी लंबे और लगभग 1-2 सेमी होते हैं। मधुमेह रोगियों के लिए शतावरी किसी वरदान से कम नहीं है।
ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए एक गिलास पानी में आधा चम्मच शतावरी पाउडर मिलाएं और इसे सोने से पहले पिएं। इसके अलावा, इसे सुबह खाली पेट गर्म पानी या दूध के साथ भी पी सकते हैं..या फिर बना भी सकते हैं इसका काढ़ा बना कर पियें..
शतावरी का उपयोग सदियों से आयुर्वेद में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए किया जाता रहा है। यह जड़ी-बूटी आपको खांसी, सर्दी, फ्लू और अन्य वायरल और बैक्टीरियल बीमारियों से बचाने में मदद करती है…