उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव की तारीख का ऐलान हो गया है. मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि मिल्कीपुर में 5 फरवरी को चुनाव होंगे. रिजल्ट 8 फरवरी को घोषित किया जाएगा.
उपचुनाव क्यों?
गौरतलब है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में अवधेश प्रसाद ने समाजवादी पार्टी के टिकट पर अयोध्या की मिल्कीपुर सीट से जीत हासिल की थी. 2024 में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान अवधेश प्रसाद फैजाबाद सीट से सांसद चुने गए. यह सीट अवधेश प्रसाद के सांसद चुने जाने के बाद खाली हुई थी.
6 महीने से सीट खाली
13 जून 2024 को अवधेश प्रसाद ने विधान सभा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. 12 दिसंबर को उनके इस्तीफे के छह महीने बीत चुके थे. मिल्कीपुर सीट पर उपचुनाव बीजेपी के लिए प्रतिष्ठा का सवाल बन गया था.
पहले तारीखों की घोषणा नहीं की गई थी
- खास बात यह है कि चुनाव आयोग ने अपनी आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस में महाराष्ट्र और झारखंड में चुनाव की तारीख का ऐलान किया था. लेकिन मिल्कीपुर को इसमें शामिल नहीं किया गया। 2024 के लोकसभा चुनाव में सपा ने यूपी की 80 में से 37 सीटें जीतीं। लेकिन नवंबर में हुए उपचुनाव में उन्हें निराशा हाथ लगी. 9 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव में उन्हें सिर्फ 2 में जीत मिली.
- भाजपा के पूर्व विधायक बाबा गोरखनाथ की चुनाव याचिका हाईकोर्ट में लंबित होने के कारण चुनाव आयोग ने मिल्कीपुर उपचुनाव की तारीख की घोषणा नहीं की।
- मिल्कीपुर के पूर्व विधायक गोरखनाथ ने नामांकन पत्र में विसंगतियों का हवाला देते हुए 2022 में मिल्कीपुर सीट से सपा के अवधेश प्रसाद के चुनाव को चुनौती दी थी। बाबा गोरखनाथ ने चुनाव याचिका वापस लेने के लिए कोर्ट में अर्जी दी. तय प्रक्रिया में खामियों के कारण उनकी बात नहीं सुनी जा सकी।
क्या कहा अवधेश प्रसाद ने?
सपा सांसद अवधेश प्रसाद ने कहा कि मिल्कीपुर की जनता ने हमेशा मेरा साथ दिया है. इस बार मैं फैजाबाद लोकसभा सीट से जीता हूं. हम चुनाव के लिए हमेशा तैयार हैं. मैं अपने लोगों के लिए उपलब्ध हूं. मैं उनकी समस्याएं सुन रहा हूं और साथ ही उन्होंने जीत का भरोसा जताया और कहा कि चुनाव में बीजेपी की हार होगी. सीएम योगी अपनी पूरी ताकत लगा रहे हैं. लेकिन वे सफल नहीं होंगे. मिल्कीपुर की जनता को मुझ पर पूरा भरोसा है।