तुलसी का काढ़ा: सर्दी, जुकाम और खांसी जैसी समस्याओं को दूर करने में तुलसी का काढ़ा बहुत फायदेमंद साबित होता है। यहां जानें इस काढ़े को कैसे बनाकर सेवन किया जा सकता है।
काढ़ा रेसिपी: जब मौसम ठंडा होने लगता है तो शुरुआत में व्यक्ति गर्म कपड़े पहनने में लापरवाही दिखाने लगता है। ऐसे में सर्दी, खांसी या फ्लू होने में देर नहीं लगती। इसके अलावा दिवाली के बाद दिल्ली की हवा इतनी प्रदूषित हो गई है कि सांस संबंधी समस्याएं बढ़ने लगी हैं। इससे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी कमजोर होने लगती है। सर्दी, खांसी और इंफेक्शन से बचने के लिए घर पर तुलसी का काढ़ा बनाकर पिया जा सकता है। तुलसी का काढ़ा न सिर्फ इन मौसमी समस्याओं को दूर रखता है बल्कि रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत बनाता है। यहां जानें इस काढ़े को बनाने का आसान तरीका।
खांसी और जुकाम के लिए तुलसी का काढ़ा
तुलसी का काढ़ा बनाने के लिए आपको 10 से 15 तुलसी के पत्ते, एक इंच अदरक का टुकड़ा, 4 से 5 काली मिर्च, 3 लौंग, एक छोटा टुकड़ा दालचीनी, 2 से 3 कप पानी और स्वादानुसार शहद की जरूरत होगी।
पैन को आंच पर रखें और उसमें पानी उबलने दें। अब इस पैन में तुलसी के पत्ते डालें और शहद के अलावा बाकी सामग्री एक-एक करके डालना शुरू करें। 5 से 7 मिनट तक मध्यम आंच पर पकाने के बाद पैन को ढक दें और आंच धीमी कर दें, और काढ़े को 10 से 15 मिनट तक पकाएं। इससे पानी आधा रह जाएगा। आपका तुलसी का काढ़ा तैयार है। इसे एक कप में छान लें और इसमें थोड़ा शहद मिलाकर गर्म-गर्म पिएं।
आप चाहें तो इस काढ़े में थोड़ी सी हल्दी भी मिला सकते हैं। हल्दी मसाला डालने की बजाय कच्ची हल्दी का एक टुकड़ा डालना ज़्यादा फ़ायदेमंद होता है। अगर किसी को तुलसी या काढ़े की किसी भी सामग्री से एलर्जी है, तो उसे यह काढ़ा देने से बचें। ध्यान रखें कि आपको इस काढ़े को ज़रूरत से ज़्यादा नहीं पीना है। इसका सेवन सीमित मात्रा में दिन में 1 से 2 बार ही करें।
तुलसी का काढ़ा पीने के फायदे
- तुलसी का काढ़ा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है, जिससे बीमारियों का खतरा कम होता है।
- यह काढ़ा सर्दी, खांसी और फ्लू जैसी समस्याओं के लिए रामबाण साबित होता है।
- कब्ज या पेट दर्द की समस्या भी दूर हो जाती है।
- तुलसी के एंटी-वायरल गुण छोटी-मोटी बीमारियों को दूर रखते हैं।
- यह काढ़ा तनाव कम करने में भी कारगर है।