भारतीय क्रिकेट टीम के तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज हालिया प्रदर्शन के कारण आलोचनाओं के घेरे में हैं। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भले ही उन्होंने सात पारियों में 13 विकेट लिए हों, लेकिन दबाव के क्षणों में विपक्षी बल्लेबाजों पर असर डालने में नाकाम रहे हैं। इसका सीधा असर जसप्रीत बुमराह पर पड़ा है, जिन्हें अतिरिक्त दबाव झेलना पड़ा। भारत के पूर्व क्रिकेटर सुनील गावस्कर सिराज के प्रदर्शन से निराश हैं और उनका मानना है कि टीम मैनेजमेंट को सिराज को ड्रॉप करने के पीछे की वजह साफ तौर पर बतानी चाहिए।
सिराज का प्रदर्शन: आंकड़ों के आईने में
- सीरीज के शुरुआती तीन मैचों में: सिराज ने 14 विकेट लिए।
- समस्या:
- बल्लेबाजों ने उनके खिलाफ आसानी से रन बनाए।
- नई गेंद से अपेक्षित प्रभाव नहीं छोड़ सके।
- पिछली सीरीज के मुकाबले इस बार उनका प्रदर्शन उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा।
हालांकि, टीम मैनेजमेंट ने सिराज पर भरोसा जताते हुए उन्हें चौथे टेस्ट में भी खेलने का मौका दिया है।
सुनील गावस्कर का बयान
गावस्कर ने स्टार स्पोर्ट्स से बातचीत में कहा:
“मुझे लगता है कि सिराज को शायद ब्रेक की जरूरत है। लेकिन ब्रेक देने की बजाय टीम मैनेजमेंट को उन्हें यह साफ बताना चाहिए कि उन्हें खराब प्रदर्शन के कारण टीम से बाहर किया जा रहा है।”
गावस्कर का मानना है कि खिलाड़ियों को स्पष्ट संदेश देना जरूरी है:
- आराम का बहाना न बनाएं:
- जब खिलाड़ियों को “आराम” के नाम पर बाहर किया जाता है, तो वे इसे सुधारने का संकेत नहीं समझते।
- उन्हें यह बताया जाना चाहिए कि उनका प्रदर्शन टीम की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा है।
सिराज को सुधार की जरूरत
गावस्कर ने यह भी कहा कि सिराज को यह समझाने की जरूरत है कि वह मददगार पिचों पर भी अपेक्षित गेंदबाजी नहीं कर पा रहे हैं।
- “उन्हें यह बताना होगा कि उनसे जो उम्मीदें हैं, वे पूरी नहीं हो रही हैं।”
गावस्कर का सुझाव: बदलाव की जरूरत
गावस्कर ने प्लेइंग इलेवन में बदलाव का सुझाव दिया:
- प्रसिद्ध कृष्णा और हर्षित राणा:
- इन दोनों गेंदबाजों को बुमराह के साथ गेंदबाजी करने का मौका दिया जाना चाहिए।
- यह बदलाव टीम को नई ऊर्जा और संतुलन प्रदान कर सकता है।
सिराज की चुनौती
मोहम्मद सिराज, जो अपनी पिछली परफॉर्मेंस के लिए सराहे गए थे, इस बार अपनी लय में नहीं दिख रहे।
- लगातार रनों के लिए पिटने से उनका आत्मविश्वास प्रभावित हुआ है।
- टीम मैनेजमेंट का भरोसा उनके लिए आखिरी मौका साबित हो सकता है।