मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे चौथे टेस्ट में यशस्वी जायसवाल का रनआउट दूसरे दिन का सबसे बड़ा मोड़ साबित हुआ। विराट कोहली और जायसवाल के बीच 100 रनों से अधिक की साझेदारी हो चुकी थी, और भारतीय टीम मजबूत स्थिति में दिख रही थी। लेकिन 82 रन बनाकर जायसवाल के रनआउट होते ही खेल का रुख बदल गया। भारत का स्कोर दो विकेट पर 153 रनों से गिरकर देखते ही देखते पांच विकेट पर 159 हो गया। दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 164/5 का स्कोर बनाया और ऑस्ट्रेलिया के 310 रन से पीछे चल रहा है।
रनआउट का जिम्मेदार कौन? कोहली या जायसवाल?
यशस्वी जायसवाल के रनआउट पर चर्चा ने क्रिकेट पंडितों के बीच तीखी बहस छेड़ दी। स्टार स्पोर्ट्स पर मैच के दूसरे दिन का विश्लेषण करते हुए संजय मांजरेकर और इरफान पठान ने इसे लेकर अलग-अलग राय दी।
- मांजरेकर का बयान:
मांजरेकर ने रनआउट के लिए विराट कोहली को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा, “यह जायसवाल की कॉल थी, लेकिन कोहली ने रन लेने से मना कर दिया। गेंद धीमी जा रही थी, और जायसवाल खतरे वाले छोर की ओर भाग रहे थे। विराट को पीछे देखकर तय करना चाहिए था कि इस पर रन लिया जा सकता है या नहीं। यह एक स्कूल बॉय एरर थी।” - इरफान पठान की प्रतिक्रिया:
इरफान पठान ने मांजरेकर की बातों से असहमति जताते हुए कहा, “विराट ने सही किया। उन्होंने देखा कि गेंद पैट कमिंस के पास तेजी से जा रही थी। ऐसे में उनका नॉन-स्ट्राइकर एंड बचाना जरूरी था। यह जायसवाल की गलती थी कि उन्होंने जोखिम भरा रन लेने की कोशिश की। विराट के पास पूरा अधिकार है कि वे रिस्की रन से इंकार करें।”
कैसे हुआ रनआउट?
41वें ओवर की आखिरी गेंद पर यशस्वी और विराट ने सिंगल चुराने की कोशिश की। जायसवाल ने कॉल किया और रन लेने के लिए दौड़े, लेकिन पैट कमिंस की चुस्ती ने उन्हें पवेलियन वापस भेज दिया। उन्होंने 118 गेंदों में 82 रनों की शानदार पारी खेली। यशस्वी के आउट होते ही भारत का प्रदर्शन बिखरने लगा। विराट भी 43वें ओवर की पहली गेंद पर 36 रन बनाकर चलते बने।
रनआउट का असर विराट पर भी पड़ा
यशस्वी के आउट होने के बाद भारतीय बल्लेबाजी पूरी तरह ढह गई। विराट, जो अच्छी लय में दिख रहे थे, जल्दी ही पवेलियन लौट गए। उन्होंने बाहर जाती गेंद पर बैट अड़ा दिया और कैच आउट हो गए। ऐसा लग रहा था कि जायसवाल के रनआउट का मानसिक दबाव उनके खेल पर पड़ गया।
मांजरेकर-पठान के तर्कों की तुलना
- मांजरेकर ने इसे जायसवाल की गलती करार देते हुए कहा कि वह खतरे वाले छोर की ओर भाग रहे थे, लेकिन कोहली ने सहयोग नहीं किया।
- इरफान ने विराट का पक्ष लेते हुए कहा कि वह सही निर्णय पर थे और रिस्की रन लेने से मना करना उनका अधिकार था।
भारत की स्थिति
दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक भारत ने 164 रन बनाए, लेकिन उसके पांच विकेट गिर चुके हैं। टीम अभी भी ऑस्ट्रेलिया के स्कोर से 310 रन पीछे है। अगर भारत को इस मैच में वापसी करनी है, तो निचले क्रम के बल्लेबाजों को बड़ी पारियां खेलनी होंगी।
यशस्वी जायसवाल का रनआउट भारतीय पारी का निर्णायक मोड़ साबित हुआ। यह घटना न केवल मैच की दिशा बदलने वाली थी, बल्कि खिलाड़ियों के आपसी तालमेल पर भी सवाल खड़े कर गई।