मालदीव के नए राष्ट्रपति और चीन समर्थक मोहम्मद मोइज्जू ने पदभार संभालते ही मालदीव में तैनात भारतीय सैनिकों को वापस बुलाने के लिए भारत पर दबाव बढ़ाना शुरू कर दिया है।
साथ ही मोहम्मद मोइज्जू के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद अब मालदीव द्वारा भारत के साथ किए गए करीब 100 समझौतों की भी दोबारा समीक्षा शुरू हो गई है.
राष्ट्रपति भवन के एक अधिकारी ने बताया कि भारत के 77 सैनिक इस समय मालदीव में तैनात हैं, जिनमें से 24 सैनिक डोर्नियर विमान की निगरानी के लिए हैं और 26 सैनिक हेलीकॉप्टरों की निगरानी के लिए हैं।
मालदीव सरकार ने पहली बार भारतीय सैनिकों की संख्या की जानकारी सार्वजनिक की है। हिंद महासागर में मालदीव की स्थिति रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है और इस वजह से भारत और चीन के बीच मालदीव में प्रभाव डालने को लेकर तनाव है।
पिछले राष्ट्रपति इब्राहिम सोलिह की सरकार भारत समर्थक थी और उनके कार्यकाल में दोनों देशों के बीच रक्षा संबंधों समेत अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ा था. हालांकि, नवनिर्वाचित राष्ट्रपति मोइज्जू चीन के समर्थक हैं और उन्होंने भारत विरोधी रुख का ऐलान भी कर दिया है. जैसे वह आया.