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मलंग बाबा के मजार पर आस्था के साथ हुई चादरपोशी,कव्वाली ने बांधा शमां

अररिया,17 फरवरी(हि.स.)। फारबिसगंज के केशरी टोला स्थित मलंग बाबा दाता सह वारिस के दरबार में आस्था के साथ चादर पोशी और कव्वाली का कार्यक्रम हुआ।

डीएसपी खुसरू सिराज समेत हिंदू और मुस्लिम दोनों के लिए आस्था का केंद्र बाबा के मजार पर देश के महानगरों दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, अजमेर, लखनऊ एवं देवाशरीफ के अलावा पड़ोसी देश नेपाल से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का जमावड़ा लगा रहा। श्रद्धालु आस्था के वातावरण में खुद को डुबोकर मलंग बाबा के मजार पर चादरपोशी करते हुए नजर आए। वहीं मजार का दीदार करने के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ा रहा। चादर व फूल चढ़ाकर मन्नत मांगने का सिलसिला जारी रहा।इस दौरान आकर्षक झांकी की प्रस्तुति की गयी।

इस दौरान महानगरों से आये लोगों द्वारा देश भक्ति से ओतप्रोत कव्वाली की प्रस्तुति ने श्रद्धालुओं को झुमने पर मजबुर कर दिया।वही मैया और अल्लाह की एक साथ कव्वाली पर हिन्दु मुस्लिम भाईचारे की आपसी सौहार्द की मिठास घुली नजर आयी।इस दौरान एक से बढ़कर एक झांकी की प्रस्तुति की गयी जो आकर्षण का केंद्र बनी रही।वहीमहिला पुरुष व बच्चे सफेद कपड़े व माथे पर सफेद साफे में सजे थे।सालाना उर्स मुबारक कार्यक्रम को लेकर मजार को फूलों से सजाया गया तथा लखनऊ से आये कव्वाल ने माता रानी व मलंग बाबा की शान में मन को मोहने वाली कव्वाली प्रस्तुत करती रही।

ऐसी मान्यता है इस मजार पर माथा टेकने के बाद लोग खाली हाथ नहीं लौटते हैं और उनके मन की मुराद पूरी हो जाती है। 19 वर्ष पूर्व धनावत परिवार को स्वप्न में मजार के होने की जानकारी मिली थी। वर्तमान समय में श्रद्धालुओं के द्वारा मजार के हर धुल को तिलक लगाकर इस्तेमाल किया जा रहा है। वहीं आस्था का ऐसा तकाजा कि लोगों की हर मुरादें यहा पूरी होने की परिपाटी बन चुकी है।मौके पर बड़ी संख्या में हिंदू मुस्लिम समुदाय के लोग मौजूद थे।