भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने शुक्रवार को खेले गए तीसरे वनडे में वेस्टइंडीज को पांच विकेट से हराकर तीन मैचों की सीरीज में 3-0 से क्लीन स्वीप कर लिया। इस जीत में दीप्ति शर्मा ने शानदार ऑलराउंड प्रदर्शन किया। उन्होंने गेंदबाजी में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 31 रन देकर छह विकेट चटकाए और बल्ले से भी नाबाद 39 रन बनाकर टीम को जीत दिलाई।
भारतीय गेंदबाजों का जलवा
भारतीय गेंदबाजों ने वेस्टइंडीज को 162 रन पर समेट दिया।
- रेणुका सिंह ठाकुर ने शुरुआती झटके देकर विपक्षी टीम की कमर तोड़ दी।
- दीप्ति शर्मा ने फिरकी का जादू दिखाते हुए मध्यक्रम और निचले क्रम को सस्ते में पवेलियन भेजा।
- वनडे में दीप्ति का यह तीसरा पांच विकेट हॉल था और दूसरी बार उन्होंने छह विकेट चटकाए।
रेणुका का कहर:
रेणुका ने मैच की पहली ही गेंद पर कियान को आउट किया और इसके बाद हेली मैथ्यूज को बिना खाता खोले पवेलियन भेजा।
- उन्होंने डिएंड्रा डॉटिन (5) का भी विकेट लिया, जिससे वेस्टइंडीज का शीर्षक्रम लड़खड़ा गया।
वेस्टइंडीज की साझेदारी:
- शिनेले हेनरी (61) और शेमाइन कैंपबेल (46) ने 97 रन की साझेदारी कर टीम को संभालने की कोशिश की।
- इनके अलावा आलिया एलेनी (21) ही दोहरे अंक तक पहुंच सकीं।
- वेस्टइंडीज की पारी 39वें ओवर में सिमट गई।
163 रनों के लक्ष्य का पीछा
भारतीय टीम ने शुरुआती झटकों के बावजूद 28.2 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया।
- दीप्ति शर्मा (नाबाद 39 रन, 48 गेंद) और ऋचा घोष (23 रन, 11 गेंद) ने अंत में तेज खेल दिखाते हुए टीम को जीत दिलाई।
शीर्षक्रम का संघर्ष:
- भारत ने 73 रन पर चार विकेट गंवा दिए थे।
- पिछले मैच की शतकवीर हरलीन देओल (1) जल्दी आउट हो गईं।
- उपकप्तान स्मृति मंधाना (4) भी अश्मिनी मुनिसार की शानदार फील्डिंग के कारण आउट हुईं।
- कप्तान हरमनप्रीत कौर (32 रन, 22 गेंद) ने आक्रामक पारी खेली लेकिन एक बड़ा शॉट खेलने के प्रयास में अपना विकेट गंवा बैठीं।
- जेमिमा रोड्रिग्स (29 रन, 45 गेंद) ने मध्यक्रम में उपयोगी पारी खेली।
दीप्ति शर्मा का ऑलराउंड प्रदर्शन
दीप्ति शर्मा ने गेंद और बल्ले दोनों से उत्कृष्ट प्रदर्शन किया।
- उन्होंने 31 रन देकर छह विकेट झटके और वेस्टइंडीज के मध्यक्रम को तहस-नहस कर दिया।
- बल्लेबाजी में, दीप्ति ने नाबाद 39 रन बनाकर भारतीय पारी को स्थिरता प्रदान की और टीम को जीत दिलाई।
वेस्टइंडीज की कमजोरियां
- शुरुआती झटकों से उबरने के बाद भी टीम बड़ी साझेदारी करने में असफल रही।
- शीर्ष क्रम पूरी तरह विफल रहा, और अगर हेनरी-कैंपबेल की साझेदारी न होती, तो टीम 100 रन भी नहीं बना पाती।