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भारतीय संस्कृति की रक्षा का सबसे बड़ा माध्यम है नाटक:चंदन

नवादा ,21 नवम्बर(हि. स.)। नवादा के सांसद चंदन सिंह ने कहा है कि भारतीय संस्कृति की रक्षा का सबसे बड़ा माध्यम नाटक कार्यक्रम है ।इसके प्रसारण से हम अपनी संस्कृति को रक्षा करने में नई पीढ़ियों को ज्ञान देने में समर्थ होते हैं । वह मंगलवार को नवादा जिले के काशीचक थाने के पार्वती गांव में नाट्य कला परिषद के सौजन्य से आयोजित नाटक का उद्घाटन के बाद भारी संख्या में जुटे ग्रामीणों को संबोधित कर रहे थे ।संसद के साथ वारसलीगंज के विधायक अरुण देवी के पति तथा पूर्व जिला पार्षद सरदार अखिलेश सिंह भी उपस्थित थे ।कलाकारों ने कई ज्ञानवर्धक कार्यक्रम का आयोजन कर समाज में भारतीय संस्कृति की रक्षा के उद्देश्य पर भी चर्चा की ।

सांसद चंदन सिंह ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संस्कृति की रक्षा के लिए दिन-रात एक कर परिश्रम कर रहे हैं ।ताकि हमारा देश भारत पश्चिमी सभ्यता के प्रभावों से मुक्त रहे ।लेकिन जब तक हर गांव का एक-एक बच्चा इस संकल्प को आत्मसात कर काम नहीं करेगा ।तब तक भारतीय संस्कृति की रक्षा करना मुश्किल होगा ।उन्होंने कहा कि हमारे सनातन परंपराएं बिल्कुल ही वैज्ञानिक है ।अगर हम अपने सभ्यता – संस्कृति के नियमों का पालन करते हैं ,तो वैज्ञानिक तौर पर अपने जिंदगी को हम विज्ञान से जोड़कर जीते हैं ।जिसका प्रतिफल बेहतर ही बेहतर है ।उन्होंने नाट्य कला परिषद के आयोजकों को बधाई देते हुए कहा कि ज्ञानवर्धक नाटक का आयोजन बराबर ग्रामीण इलाकों में होनी चाहिए ।ताकि हम अपनी सभ्यता संस्कृति को पश्चात सभ्यता के दुष्परिणामों से बचा सकें।

विधायक के पति सरदार अखिलेश सिंह ने कहा कि निश्चित तौर पर ग्रामीण इलाकों में ज्ञानवर्धक नाटकों का प्रसार होनी चाहिए। ताकि हमारे बच्चे भी पाश्चात्य सभ्यता के दुष्परिणामों से दूर होकर भारतीय संस्कृति को अपनाने तथा जीवन में आत्मसात करने में कामयाबी हासिल कर सकें ।इस अवसर भारी संख्या में उपस्थित ग्रामीणों ने भी सांसद चंदन सिंह का स्वागत करते हुए उनके सहयोग के लिए उन्हें बधाई दी है।