IND Vs AUS: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 मैचों की बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी का दूसरा मैच एडिलेड में गुलाबी गेंद से खेला जा रहा है. पूर्व स्पिनर हरभजन सिंह ने इस मैच में भारतीय टीम की गेंदबाजी की जमकर आलोचना की. हरभजन का मानना है कि रोशनी में सीम मूवमेंट मिलने के बावजूद भारतीय टीम गेंद का अच्छा इस्तेमाल नहीं कर सकी. हरभजन चाहते थे कि भारतीय गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अधिक गेंदबाजी करें, लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ। यहां आपको बता दें कि टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम महज 180 रन पर ऑलआउट हो गई. जिसके जवाब में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अब तक 5 विकेट खोकर 215 रन बना लिए हैं.
भारतीय गेंदबाजों ने की ये गलती!
एक इंटरव्यू में जब हरभजन सिंह से पूछा गया कि, ‘भारत को दूधिया रोशनी में गेंदबाजी के लिए अनुकूल परिस्थितियां मिलीं, लेकिन फिर भी भारतीय टीम के गेंदबाज कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर सके. इसके जवाब में हरभजन सिंह ने कहा, ‘भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ज्यादा गेंदें नहीं फेंकी. ये मेरी समझ से परे है. आस्ट्रेलिया ने शुरू में वही गलती की। उन्होंने बल्लेबाजों को गेंद खेलने भी नहीं दी. भारत ने लगातार विकेट खोए. उछाल भरी गेंदबाजी के कारण बल्लेबाज आउट हुए. मुझे लगता है कि भारतीय गेंदबाज इससे बेहतर गेंदबाजी कर सकते थे.’
गेंदबाजों को गेंदबाजी का मौका क्यों नहीं दिया जाए
हरभजन ने आगे कहा, ‘छठे या सातवें स्टंप पर काफी गेंदें फेंकी गईं. उन्हें ड्राइविंग लेंथ गेंद खेलने का मौका नहीं दिया गया. तीन पर्चियां रखी हुई थीं. लेकिन इसका फायदा आपको तभी मिलता है जब फुल लेंथ और स्टंप्स पर गेंदबाजी करते हैं. और स्टंप्स पर जब रोशनी के नीचे इतना सीम मूवमेंट (अधिक उछाल) था, तो आपने गेंदबाजों को गेंदबाजी करने का मौका क्यों नहीं दिया?’
अश्विन को बोल्ड करना चाहिए
पूर्व स्पिनर ने अगले दिन भारतीय टीम को सुझाव देते हुए कहा, ‘भारत को 8-10 ओवर के बाद आर अश्विन से गेंदबाजी करानी चाहिए. उन्हें बदलाव करने में ज्यादा समय नहीं लगाना चाहिए. मुझे लगता है कि चार ओवर के छोटे स्पैल दिए जाने चाहिए।’ दिन के दौरान तेज गेंदबाजी कितनी प्रभावी होगी यह कल पता चलेगा.’