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ब्रिटेन द्वारा दिए जाने वाले वीज़ा में भारतीय कुशल कामगार, मेडिकल प्रोफेशनल, छात्रों का दबदबा

आव्रजन द्वारा जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक , पिछले साल ब्रिटेन द्वारा दिए गए वीजा में भारतीय कुशल श्रमिकों , चिकित्सा पेशेवरों और छात्रों का दबदबा रहा है ।

यूके होम ऑफिस द्वारा सितंबर 2023 को समाप्त होने वाले वर्ष के लिए ऑफिस फॉर नेशनल स्टैटिस्टिक्स (ONS) के आंकड़े जारी किए गए हैं। इन आंकड़ों के मुताबिक, स्किल्ड वर्कर वीजा रूट और हेल्थ एंड केयर वीजा रूट में भारतीय टॉप पर हैं।

अस्थायी वीज़ा श्रेणी में भारतीय नागरिकों की संख्या सउदी से अधिक है। नए पोस्ट स्टडी ग्रेजुएट वीजा रूट में भी भारतीय शीर्ष पर हैं।

गृह मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले साल कुशल श्रमिक वीजा में 9 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. दूसरी ओर , कुशल श्रमिक स्वास्थ्य और देखभाल वीजा की संख्या 135 प्रतिशत बढ़कर 1,43,990 हो गई । जिसमें भारतीयों की संख्या 38,866 , नाइजीरियाई लोगों की संख्या 26,715 और जिम्बाब्वेवासियों की संख्या 21,130 थी।

स्वास्थ्य और देखभाल वीजा के लिए भारतीयों द्वारा किए गए आवेदनों में 76 प्रतिशत का उछाल देखा गया है। सितंबर में समाप्त वर्ष में कुशल श्रमिक रूट वीजा की संख्या 11 प्रतिशत घटकर 18,107 रह गई। 2022 में यह संख्या 20,360 थी .

सितंबर 2023 को समाप्त वर्ष में भारतीयों से अपील किए गए प्रायोजित अध्ययन वीज़ा की संख्या 1,33,237 थी । 2022 की तुलना में 2023 में इस संख्या में पांच फीसदी की बढ़ोतरी देखी गई है.

ब्रिटेन द्वारा दिए जाने वाले पर्यटक वीज़ा में भारतीयों का अनुपात सबसे अधिक 27 प्रतिशत है। भारत के बाद चीन 19 प्रतिशत के साथ दूसरे और तुर्की 6 प्रतिशत के साथ तीसरे स्थान पर है।