बुधवार को ओपन सोसाइटी फाउंडेशंस के लीडर और भारत के खिलाफ साजिश रचने वाले जॉर्ज सोरोस के बेटे एलेक्स सोरोस ने बांग्लादेश की सरकार में प्रभाव रखने वाले प्रोफेसर मोहम्मद यूनुस से मुलाकात की। बांग्लादेश सरकार ने इस बैठक को आर्थिक पुनर्निर्माण, काले धन की जांच और उसे वापस लाने की रणनीति से जुड़ा बताया। लेकिन इस मुलाकात के पीछे की असली वजह कुछ और हो सकती है।
ट्रंप की वापसी से बढ़ सकती है यूनुस की परेशानी
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से सत्ता में आने के बाद सभी फंडिंग्स की गहन जांच कराने की घोषणा की है। यह फैसला मोहम्मद यूनुस की मुश्किलें बढ़ा सकता है, जिन पर पहले भी अमेरिका की पूर्व विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन से वित्तीय लाभ लेने के आरोप लगे थे।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिलेरी क्लिंटन पर आरोप है कि उन्होंने अपने प्रभाव का गलत इस्तेमाल करते हुए मोहम्मद यूनुस को 13 मिलियन डॉलर (लगभग 108 करोड़ रुपये) से अधिक की फंडिंग दिलाई। यह रकम अमेरिकी अंतरराष्ट्रीय विकास एजेंसी (USAID) द्वारा 18 अलग-अलग लेन-देन के जरिए यूनुस को दी गई थी।
हिलेरी क्लिंटन ने यूनुस के लिए बांग्लादेश सरकार पर डाला था दबाव?
दस्तावेजों से यह भी संकेत मिला है कि हिलेरी क्लिंटन ने बांग्लादेश सरकार पर दबाव डाला था ताकि यूनुस के खिलाफ चल रही भ्रष्टाचार जांच को रोका जा सके। मोहम्मद यूनुस क्लिंटन परिवार के करीबी सहयोगी माने जाते हैं और उन्होंने क्लिंटन फाउंडेशन को भारी मात्रा में दान भी दिया था।
यही नहीं, यूनुस के कुछ संदिग्ध लेन-देन भी सामने आए हैं। उन्होंने विदेशी बैंकों में अपनी संपत्तियों से 300,000 डॉलर का योगदान दिया था, लेकिन यह घोषणा क्लिंटन फाउंडेशन की वेबसाइट से रहस्यमय तरीके से हटा दी गई।
अब यूनुस की बेटी जांच के घेरे में?
मोहम्मद यूनुस की बेटी मोनिका यूनुस, जो अमेरिका में रहती हैं, अब ट्रंप प्रशासन की संभावित जांच के दायरे में आ सकती हैं। आरोप है कि क्लिंटन परिवार से यूनुस के संबंधों के चलते उनकी बेटी को जो बाइडेन प्रशासन में एक महत्वपूर्ण भूमिका मिली थी।
ट्रंप जॉर्ज सोरोस और बाइडेन प्रशासन से जुड़े लोगों को पसंद नहीं करते। इसी वजह से उन्होंने बांग्लादेश सरकार को दी जाने वाली अमेरिकी सहायता को रोक दिया है। अब जब ट्रंप फिर से सत्ता में वापसी के करीब हैं, तो उन्होंने अमेरिकी प्रशासन में मौजूद सोरोस समर्थकों और उनके इकोसिस्टम को खत्म करने का इरादा जताया है। इसमें मोहम्मद यूनुस और उनकी बेटी का नाम भी शामिल हो सकता है।
क्या ट्रंप प्रशासन यूनुस के खिलाफ कार्रवाई करेगा?
यदि डोनाल्ड ट्रंप दोबारा सत्ता में आते हैं, तो मोहम्मद यूनुस और उनके अंतरराष्ट्रीय संबंधों की जांच तेज हो सकती है। उनके हिलेरी क्लिंटन और जॉर्ज सोरोस के साथ रिश्ते, वित्तीय लेन-देन और बांग्लादेश की राजनीति में उनकी भूमिका पर गंभीर सवाल उठ सकते हैं। अब देखना यह होगा कि बांग्लादेश सरकार इस मामले पर क्या रुख अपनाती है और क्या अमेरिका से कोई आधिकारिक कार्रवाई होती है।