हिंदू धर्म में मां सरस्वती को ज्ञान और बुद्धि की देवी माना जाता है। हर साल माघ माह के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन मां सरस्वती के पूजन का विशेष महत्व है। मान्यता है कि बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती की पूजा करने से बुद्धि, ज्ञान, सौभाग्य, तरक्की, और धन-धान्य की प्राप्ति होती है।
मां सरस्वती को प्रिय भोग:
बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती को प्रसन्न करने के लिए उनके प्रिय भोग अर्पित किए जाते हैं। जानें मां सरस्वती को कौन-कौन से भोग लगाना चाहिए:
- बेसन के लड्डू: मां सरस्वती को भोग में पीला और सफेद रंग विशेष प्रिय है। बेसन के लड्डू मां सरस्वती के लिए खास माने जाते हैं। इस भोग को लगाने से कार्यों में विघ्न-बाधा दूर होती है।
- मालपुआ: बसंत पंचमी के दिन मां सरस्वती को मालपुआ का भोग अर्पित किया जाता है। यह भोग करियर की बाधाओं को दूर करने और मां सरस्वती का आशीर्वाद प्राप्त करने में सहायक माना जाता है।
- बूंदी: बूंदी को भी मां सरस्वती का प्रिय भोग माना गया है। इसे लगाने से बुद्धि का विकास होता है और करियर में उन्नति की प्राप्ति होती है।
- बेर का भोग: मां सरस्वती को बेर अति प्रिय है। इस भोग को लगाने से मां सरस्वती प्रसन्न होती हैं और मनोकामनाओं की पूर्ति होती है।
- पीले मीठे चावलों का भोग: बसंत पंचमी की पूजा में पीले मीठे चावलों का भोग लगाना अत्यंत शुभ माना जाता है। चावलों को घी, चीनी, केसर और पंचमेवा मिलाकर बनाया जाता है। इस भोग को लगाने के बाद कम से कम 5 कन्याओं को खिलाना भी महत्वपूर्ण है।
बसंत पंचमी का यह पर्व ज्ञान और समृद्धि का प्रतीक है, और मां सरस्वती के प्रति श्रद्धा और भक्ति को बढ़ाने का अवसर है।