बजट 2024 से उम्मीदें: बजट 2024 का इंतजार हर बार की तरह इस बार भी करदाता टैक्स के बोझ से राहत चाहते हैं। आशा पूरी रहती है. देखना यह है कि वित्त मंत्री क्या जवाब देते हैं. क्या मध्यम वर्ग के लिए कुछ खास होने वाला है या टैक्स स्लैब वही रहने वाला है? क्या सरकार इनकम टैक्स के मामले में कोई बड़ा तोहफा देगी? सूत्रों का कहना है कि 2024 के बजट में कुछ खास हो सकता है. क्योंकि, यह चुनाव से पहले का बजट है. हालांकि, अगर वोट ऑन अकाउंट होगा तो करदाताओं की इच्छा पूरी होगी या नहीं, यह तो समय ही बताएगा। फिलहाल चर्चा ये है कि बजट 2024 में 10 लाख रुपये तक सैलरी वाले लोगों को कुछ अच्छी खबर मिल सकती है.
क्या बदलेगा इनकम टैक्स स्लैब?
वित्त मंत्रालय से जुड़े सूत्रों के मुताबिक बजट में करदाताओं को राहत देने के लिए इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव देखने को मिल सकता है. हालांकि, ज्यादा बदलाव नहीं होगा. लेकिन, एक खास सैलरी ग्रुप के लोगों के लिए कुछ छूट संभव है। पुरानी टैक्स व्यवस्था की बात करें तो मौजूदा व्यवस्था में इनकम टैक्स के कुल 5 स्लैब हैं। इनमें 2.5 लाख रुपये तक की आय टैक्स फ्री कैटेगरी में आती है. इसके बाद 2.5 लाख रुपये से 5 लाख रुपये तक की आय पर 5 फीसदी टैक्स लगता है. वहीं, 5 लाख रुपये से 10 लाख रुपये तक की आय पर सीधे 20 फीसदी टैक्स देना होगा. 10 लाख रुपये से 20 लाख रुपये तक की आय पर 30 फीसदी टैक्स लगता है और 20 लाख रुपये से ज्यादा आय वालों को भी 30 फीसदी टैक्स देना होता है. वहीं, नई टैक्स व्यवस्था में अब तक 7 लाख रुपये तक की सैलरी टैक्स फ्री के दायरे में आती है. इसमें बड़ी छूट दी जा सकती है. इसे बढ़ाकर 10 लाख रुपये तक किया जा सकता है. पुरानी टैक्स व्यवस्था में कोई बदलाव नहीं होगा. नई कर व्यवस्था को तर्कसंगत बनाने के लिए यह कदम उठाया जा सकता है।
नए इनकम टैक्स स्लैब में क्या होगा?
वित्त मंत्रालय के सूत्रों की मानें तो बजट में 10 लाख रुपये तक के वेतन ढांचे पर फोकस रहेगा. इसमें बदलाव की संभावना है. फिलहाल 10 लाख रुपये तक की सैलरी दो टैक्स स्लैब में आती है. पहला है 6 से 9 लाख रुपये, जिस पर 10 फीसदी टैक्स लगता है. वहीं, 9 लाख से 12 लाख पर 15 फीसदी टैक्स लगता है. ऐसे में दोनों टैक्स स्लैब को 10 लाख रुपये के एक स्लैब में बदलने की कोशिश की जा सकती है. इस पर भी 10 फीसदी टैक्स लगाने की योजना है. इसमें 6-9 लाख रुपये के स्लैब में बदलाव किया जा सकता है.
क्या 15 लाख रुपये आय वाले लोगों को भी फायदा होगा?
मौजूदा टैक्स सिस्टम में नई व्यवस्था में 15 लाख रुपये की आय वालों पर 20 फीसदी टैक्स लगाया जाता है. मतलब अगर देखें तो 10 लाख रुपये तक पर 10 और 15 फीसदी की दर से टैक्स लगता है. वहीं, 15 लाख रुपये पर 20 फीसदी टैक्स लगता है. ऐसी संभावना है कि 15 फीसदी स्लैब को खत्म किया जा सकता है. 10 लाख रुपये तक की आय पर सीधे 10% टैक्स लगाया जाना चाहिए और 10 से 15 लाख रुपये तक की आय पर 20% टैक्स लगाया जाना चाहिए। ऐसे में 10 से 12 फीसदी स्लैब में आने वालों पर टैक्स का बोझ तो बढ़ेगा, लेकिन 10 लाख रुपये तक बड़ी राहत मिलेगी. सूत्रों की मानें तो योजना स्लैब को तोड़कर पुरानी व्यवस्था से ज्यादा आकर्षक बनाने की है। हालांकि, इसमें अन्य छूट नहीं मिलेंगी।
अगर सैलरी 15 लाख रुपये से ज्यादा है तो कोई फायदा नहीं मिलेगा
चाहे नई कर व्यवस्था हो या पुरानी कर व्यवस्था, दोनों ही संरचनाओं में 15 लाख रुपये से अधिक वेतन वाले लोगों को 30 प्रतिशत कर देना पड़ता है। आने वाले दिनों में भी स्थिति ऐसी ही रहेगी. इस आय वर्ग को कोई विशेष छूट देने का कोई इरादा नहीं है.