प्रयागराज के महाकुंभ में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे असम के हाइलाकांदी जिले के 63 वर्षीय व्यापारी नितिरंजन पॉल के साथ एक दुखद घटना घटी। वह अपने परिवार के साथ मौनी अमावस्या के पावन अवसर पर अमृत स्नान करने के लिए पहुंचे थे, लेकिन तड़के 2:30 बजे घाट पर मची भगदड़ ने उनके जीवन की अंतिम घड़ी लिख दी।
नितिरंजन पॉल के परिवार ने उन्हें खोजने की कोशिश की, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। अब उनका शव प्रयागराज से सिलचर एयरलिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है।
घटना की जानकारी
नितिरंजन पॉल और उनका परिवार पिछले हफ्ते प्रयागराज पहुंचे थे। उनकी पत्नी गायत्री पॉल के अनुसार, भगदड़ के दौरान वह परिवार से बिछड़ गए। गायत्री ने कहा, “हमने चारों ओर मदद के लिए चिल्लाया, लेकिन कोई पुलिसकर्मी मौजूद नहीं था। कई घंटों की खोजबीन के बाद हमें नितिरंजन मिले, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने बताया कि इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।”
शव एयरलिफ्ट करने की प्रक्रिया
हाइलाकांदी की पुलिस अधीक्षक लीना डोली ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि यूपी पुलिस से संपर्क किया गया है। उन्होंने कहा, “प्रयागराज पुलिस ने हमें नितिरंजन पॉल की मृत्यु की जानकारी दी है। आवश्यक औपचारिकताओं के पूरा होने के बाद शव को एयरलिफ्ट किया जाएगा और सिलचर लाकर फिर सड़क मार्ग से हाइलाकांदी भेजा जाएगा।”
व्यापारी के परिवार की स्थिति
नितिरंजन पॉल हाइलाकांदी के जाने-माने व्यापारी थे और ‘ओम स्वीट्स’ के मालिक थे। उनके भाई पिंटू पॉल ने पुष्टि की कि परिवार के अन्य सदस्यों को कोई चोट नहीं आई है। गायत्री पॉल ने बताया कि वे भारत सेवाश्रम संघ के साथ गए थे और मधवापुर इलाके में ठहरे हुए थे। उन्होंने कहा, “हमने सुबह जल्दी पवित्र स्नान करने के लिए घाट पर पहुंचने का फैसला किया था, लेकिन अचानक यह हादसा हो गया।”
यह घटना महाकुंभ के दौरान सुरक्षा और प्रबंधन की चुनौतियों को उजागर करती है और श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बेहतर उपायों की आवश्यकता को दर्शाती है।