रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (RCB) के पूर्व ऑलराउंडर परवेज रसूल ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) और ढाका लीग की तुलना करते हुए एक चौंकाने वाला बयान दिया है। परवेज ने ढाका लीग को IPL से अधिक कठिन मानते हुए इसका कारण ‘प्रेशर के पहाड़’ को बताया। उनका कहना है कि IPL में कॉन्ट्रैक्ट मिलने के बाद खिलाड़ियों पर उतना तनाव नहीं होता, जबकि ढाका लीग में दो मैचों में ही कहानी खत्म हो सकती है।
परवेज ने “ऑफ स्क्रिप्ट बाय डब्ल्यूजे” के साथ बातचीत में कहा, “मैंने बांग्लादेश में पांच साल ढाका लीग खेली है। मुझे लगता है कि ढाका लीग IPL से कठिन है। मैंने दोनों लीग्स में खेला है। IPL में आपको कॉन्ट्रैक्ट मिलता है, जिसका मतलब है कि आप सिलेक्ट होने के बाद भी अगर खेलते नहीं हैं, तो भी आपका कॉन्ट्रैक्ट बना रहता है। अगर आप अच्छा प्रदर्शन करते हैं, तो टीम में बने रहते हैं, लेकिन एक-दो खराब मैचों के बाद आपको ड्रॉप कर दिया जाता है। हालांकि, आप IPL में टीम के साथ जुड़े रहते हैं।”
35 वर्षीय ऑलराउंडर ने आगे कहा, “लेकिन ढाका लीग में खेलने का प्रेशर बहुत अधिक होता है। वहां सिर्फ दो मैचों का कॉन्ट्रैक्ट होता है, और फिर टीम को निर्णय लेना होता है। अगर आप दो मैचों में अच्छा करते हैं, तो आपको रखा जाता है, लेकिन अगर नहीं, तो तीसरे मैच में खेलने का मौका नहीं मिलता। बहुत से बड़े खिलाड़ी दो या तीन मैच खेलकर बाहर हो गए हैं, लेकिन मैं किसी का नाम नहीं लूंगा।”
परवेज रसूल, जो जम्मू-कश्मीर में जन्मे, ने कुल 11 IPL मैच खेले हैं, जिसमें उन्होंने 17 रन बनाए और चार विकेट हासिल किए। उन्होंने भारतीय टीम के लिए भी दो मैच खेले हैं। उनका इंटरनेशनल डेब्यू 2014 में बांग्लादेश में हुआ, जहां उन्होंने अपने एकमात्र वनडे मैच में दो विकेट लिए थे। इसके बाद 2017 में इंग्लैंड के खिलाफ एक टी20 इंटरनेशनल मैच खेला, जिसमें उन्होंने एक विकेट लिया।