पन्ना रत्न के बारे में तो सभी ने सुना होगा। अक्सर लोग अपने घर में सुख-शांति बनाए रखने के लिए अंगूठी में पन्ना रत्न पहनते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि पन्ना रत्न पहनने से आपकी सोई हुई किस्मत भी जाग जाती है। वैदिक ज्योतिष और रत्न अध्ययन के अनुसार, पन्ना रत्न में कई लाभकारी गुण होते हैं। भारतीय ज्योतिष में पन्ना का संबंध बुद्ध ग्रह से है और इसे बच्चों के सुख, धन, बुद्धि और बुद्धि के स्वामी के रूप में जाना जाता है।
बुद्धि, ज्ञान और बुद्धिमत्ता में सुधार करता है
पन्ना रत्न धारण करने से लोगों का सोया हुआ भाग्य जागृत हो जाता है, क्योंकि इसे धारण करने से बुद्धि, ज्ञान और विवेक में वृद्धि होती है। इसे पहनने से व्यक्ति को अच्छी बुद्धि और सतर्कता मिलती है, जिससे व्यक्ति का भाग्य बेहतर होता है। हालाँकि, यह धार्मिक और सांस्कृतिक आधार पर भी निर्भर करता है। किसी भी रत्न या पूजा की वस्तु पर आस्था रखने से पहले उसके धार्मिक और आध्यात्मिक पहलुओं को अच्छी तरह समझ लेना चाहिए। इस रत्न को धारण करना हर किसी के लिए लाभदायक नहीं होता है।
यदि कुंडली में बुध कमजोर हो तो यह रत्न उसे मजबूत करता है
रत्नशास्त्र के अनुसार पन्ना को बुध का रत्न माना जाता है। बुध की पीड़ा को शांत करने के लिए जातकों को अपनी राशि के अनुसार यह रत्न धारण करने की सलाह दी जाती है। यदि कुंडली में बुध कमजोर हो तो यह रत्न उसे मजबूत करता है। इसके अलावा बुध की महादशा और अंतर्दशा से छुटकारा पाने के लिए भी यह रत्न धारण किया जाता है। इसके अलावा यदि कुंडली में मंगल, शनि और राहु-केतु मौजूद हों या शत्रु ग्रह मौजूद हों तो भी पन्ना धारण करना चाहिए।
लाभ एवं नियम
पन्ना बुध ग्रह का रत्न है इसलिए इसे धारण करने से वाणी में निखार आता है। इसे पहनने से व्यापार में लाभ होता है। साथ ही आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती है। इसे पहनने से त्वचा संबंधी रोगों से भी छुटकारा मिलता है। यह रत्न व्यक्तित्व को निखारता है। आपको बता दें कि पन्ना धारण करने के लिए बुधवार का दिन सबसे शुभ माना जाता है। इसे चांदी या सोने की अंगूठी में जड़वाकर छोटी उंगली में पहनना शुभ होता है। पन्ना रत्न गहरे से हल्के हरे रंग का होता है। रत्न विज्ञान के अनुसार रत्न जितना हरा होगा उतना ही अच्छा माना जाता है।