Wednesday , December 18 2024

पंजाब: अमृतसर में इस्लामाबाद पुलिस स्टेशन के पास धमाका, इलाके में डर का माहौल

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अमृतसर के इस्लामाबाद पुलिस स्टेशन के बाहर मंगलवार सुबह 3.15 बजे जोरदार धमाका हुआ. धमाके के बाद पुलिसकर्मी और आसपास के घरों के लोग तुरंत बाहर निकल आए. धमाके के तुरंत बाद पुलिसकर्मियों ने थाने के दरवाजे बंद कर दिए और अलर्ट हो गए. विस्फोट की सूचना मिलते ही पुलिस अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की.
 
क्या कहते हैं स्थानीय लोग? 
स्थानीय लोगों का कहना है कि धमाका सुबह करीब 3 बजे हुआ. धमाका इतना तेज था कि घर के अंदर दीवार पर लगी तस्वीर भी नीचे गिर गई. इस संबंध में पुलिस कमिश्नर गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने कहा कि सुबह का समय था। पुलिस कर्मियों ने थाने के बाहर धमाके की आवाज सुनी। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने उच्च अधिकारियों को सूचना दी और तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गये. हालांकि जांच के दौरान किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं हुआ. हालांकि घटना के बाद पुलिस ने आगे की जांच की है.
बता दें कि इससे पहले भी पुलिस स्टेशन के बाहर इसी तरह से विस्फोट हुआ था. जिसके लिए एक पूरे गैंग को गिरफ्तार किया गया है. हालांकि अभी भी दो-तीन सहयोगियों की गिरफ्तारी बाकी है. वह भी पुलिस की रडार पर है. जल्द ही उन्हें भी पकड़ लिया जाएगा और पूरे गिरोह का पर्दाफाश कर दिया जाएगा।
 
थाने को बनाया निशाना!
गौरतलब है कि 4 दिसंबर को मजीठा थाने में ग्रेनेड ब्लास्ट हुआ था। इससे पहले गुरबख्श नगर में सुबह एक बंद चौकी में ऐसा ही धमाका हुआ था. 23-24 नवंबर की रात को अजानाला थाने के बाहर आईईडी विस्फोट करने की योजना बनाई गई थी. इन घटनाओं को विदेशी आतंकवादी हैप्पी पासिया ने अंजाम दिया था। हैप्पी पासिया ने यह भी धमकी दी है कि पुलिस स्टेशनों में धमाके होते रहेंगे. हालांकि, पुलिस अधिकारी फिलहाल आज हुए धमाके को लेकर जांच में जुटे हुए हैं. 
 
पंजाब पुलिस अलर्ट
गौरतलब है कि राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (एनआईए) ने कल पंजाब पुलिस के साथ एक रिपोर्ट साझा की थी, जिसमें दावा किया गया था कि पंजाब को दहलाने की साजिश रची जा रही है. इसमें पहला निशाना पंजाब के पुलिस स्टेशन होंगे क्योंकि पंजाब के करीब पांच पुलिस स्टेशनों पर पहले ही ग्रेनेड और आईईडी हमले हो चुके हैं। ऐसी आशंका के बाद एनआईए पंजाब पर नजर रख रही थी. एक मीडिया रिपोर्ट में दावा किया गया है कि खालिस्तानी आतंकवादी 1984 में इस्तेमाल किए गए डेड ड्रॉप मॉडल की तर्ज पर हमले कर रहे हैं, जिसके बाद केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियां ​​अलर्ट पर हैं।