बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जदयू ने बुधवार को मणिपुर में भाजपा सरकार से समर्थन वापस ले लिया है। मणिपुर में मुख्यमंत्री एन. वहां बीरेन सिंह के नेतृत्व में बीजेपी की सरकार है. जानकारी के मुताबिक, जेडीयू ने मणिपुर से अपना समर्थन वापस लेने का औपचारिक ऐलान कर दिया है.
गौरतलब है कि मणिपुर में जेडीयू 2022 से ही बीजेपी के साथ गठबंधन में थी, लेकिन अब उसने सत्ताधारी पार्टी बीजेपी से नाता तोड़ लिया है. 2022 में जेडीयू के छह में से पांच विधायकों ने बीजेपी का समर्थन कर दिया, जिससे बीजेपी की स्थिति मजबूत हो गई. हालांकि, अब जेडीयू ने बीजेपी सरकार से अपना समर्थन वापस लेने का औपचारिक पत्र राज्यपाल को सौंप दिया है.
सरकार की स्थिरता पर कोई असर नहीं पड़ेगा
जेडीयू के समर्थन वापस लेने के बाद भी मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली बीजेपी सरकार की स्थिरता पर कोई असर नहीं पड़ेगा. राज्य विधानसभा में भाजपा का बहुमत इतना मजबूत है कि वह किसी भी राजनीतिक दल के हस्तक्षेप के बिना सत्ता में रह सकती है। गौरतलब है कि मणिपुर विधानसभा की कुल 60 सीटों में से बीजेपी के पास 37 सीटें हैं.
मणिपुर की राजनीति में नया मोड़
जेडीयू के समर्थन वापस लेने के बाद मणिपुर की राजनीति में बड़ा बदलाव होने की संभावना है. हालाँकि, भाजपा सरकार के कार्यों और निर्णयों पर इसका प्रभाव तुरंत नहीं देखा जाएगा।