देवरिया, 02 दिसम्बर (हि.स.)। जनपद में बीते दिनों हुई एक नाबालिग बच्ची की हत्या का खुलासा पुलिस ने सोमवार को कर दिया है। पुलिस ने दावा किया है कि तंत्रमंच के चक्कर में दम्पति ने अपने मामा के बेटी की बलि दे दी है।
पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने सोमवार को पुलिस लाइन स्थित सभागार में पत्रकार वार्ता के दौरान यह बताया कि 27 नवम्बर को भटनी क्षेत्रान्तर्गत एक बालिका का शव बरामद हुआ। इस संबंध में एक दिन पहले ही लड़की की गुमशुदगी थाना में दर्ज हुई थी। शव की दशा को देखकर आशंका जताया गया कि उसकी हत्या की गई है। घटना स्थल का निरीक्षण करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी सुनिल कुमार सिंह के नेतृत्व में मामले के खुलासा करने के लिए टीमें लगाई गई।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि टीम ने शेषनाथ यादव, उसकी पत्नी सविता देवी को उनके घर से गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर घर के छज्जे पर छिपा कर रखा गया चाकू और खून से लथपत कपड़े पुलिस को बरामद हुए।
पूछताछ में सविता ने बताया कि उसका पुत्र संजय जो मानसिक रूप से बीमार रहता है। उसे ठीक करने के लिए उसने कई जत्न किए, लेकिन असफल रही। यहां तक उसने यूट्यूब एवं अन्य माध्यम से तंत्र-मंत्र की विद्या भी सीखी। एक दिन उसे सपने में देवी के दर्शन हुए और कहा कि अगर वह किसी नाबालिग बच्ची की बलि देती है तो उसका पुत्र पूरी तरह से ठीक हो जाएगा। वह ऐसे ही एक बच्ची की तलाश में थी।
इस दौरान उसके जेठ गेनालाल यादव के यहां शादी में शामिल होने के लिए अवधेश, जो रिश्ते में उसके मामा—मामी लगते हैं। वो भी अपने अपने परिवार के साथ शादी में शामिल होने लिए आये थे। उनकी नाबालिग बेटी खेलते हुए उसके नये मकान से कुछ दूरी पर बने पुराने घर पर आई थी। हम लोगों ने उसे बहला फुसला कर रोक लिया और सब लोग नये घर चले गये थे। इसके बाद पति और मैने मिलकर घर के आंगन में अपने दरवाजे के पास बच्ची की बली दे दी गई । शव को घर से कुछ दूर पर सुनसान जगह पर हमने मक्के के डंठल के बोझ में छिपा दिया था ताकि किसी को उन पर शक न हो।
पुलिस उपमहानिरीक्षक गोरखपुर ने खुलासा करने वाली टीम को पुलिस महानिदेशक प्रशंसा चिह्न से सम्मानित करने हेतु संस्तुति की गई है। साथ ही पुलिस टीम के उत्साहवर्धन के लिए पचास हजार रुपये से पुरस्कृत किये जाने की घोषणा की है।