भाजपा ने आगामी दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में बिना मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का चेहरा घोषित किए चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। पार्टी इस महीने के अंत तक अपने उम्मीदवारों की सूची को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है। भाजपा भ्रष्टाचार और कुशासन को अपना प्रमुख चुनावी मुद्दा बनाकर आम आदमी पार्टी (आप) को घेरने की तैयारी कर रही है।
उम्मीदवार चयन की प्रक्रिया अंतिम चरण में
भाजपा के प्रदेश स्तर पर सभी 70 विधानसभा सीटों के लिए उम्मीदवारों के नामों पर रायशुमारी जारी है।
- राज्य चुनाव समिति पहले नामों की सूची तैयार करेगी।
- इसके बाद यह सूची केंद्रीय चुनाव समिति को भेजी जाएगी।
- पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार, इस महीने के अंत तक केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हो सकती है।
- एक ही बैठक में सभी नामों पर विचार कर निर्णय लिए जाने की संभावना है।
मुख्यमंत्री चेहरा नहीं होगा घोषित
भाजपा ने साफ किया है कि पार्टी सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ेगी और किसी एक नेता को मुख्यमंत्री पद का चेहरा नहीं बनाया जाएगा।
- पार्टी नई दिल्ली सीट पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एक मजबूत उम्मीदवार उतारेगी।
- कांग्रेस ने इस सीट पर संदीप दीक्षित को अपना उम्मीदवार घोषित किया है।
चुनावी मुद्दे: भ्रष्टाचार और कुशासन
भाजपा के चुनावी प्रचार में आम आदमी पार्टी के भ्रष्टाचार और कुशासन के आरोपों को मुख्य मुद्दा बनाया जाएगा।
- अरविंद केजरीवाल का जेल जाना और कथित शराब घोटाले जैसे मुद्दों को चुनावी भाषणों में जोर-शोर से उठाया जाएगा।
- पार्टी आप सरकार के कई मंत्रियों के जेल जाने को भी भ्रष्टाचार से जोड़कर जनता के सामने रखेगी।
लोकलुभावन घोषणाओं की तैयारी
भाजपा, आप की लोकलुभावन घोषणाओं का मुकाबला करने के लिए कुछ नई घोषणाएं भी कर सकती है।
- इन घोषणाओं का उद्देश्य आप द्वारा किए गए वादों की काट करना और जनता को भाजपा के पक्ष में आकर्षित करना है।
- भाजपा नेताओं का कहना है कि दिल्ली का माहौल पार्टी के लिए अनुकूल है और इस बार जनता बदलाव का समर्थन कर सकती है।
चुनाव प्रचार के लिए पूरी तैयारी
भाजपा अपने अभियान को रणनीतिक रूप से आगे बढ़ा रही है।
- पार्टी ने आप सरकार की कमजोरियों को उजागर करने की पूरी योजना बनाई है।
- दिल्ली के मतदाताओं को साधने के लिए भ्रष्टाचार, कुशासन और लोकलुभावन घोषणाओं का विशेष रूप से सहारा लिया जाएगा।