लाखों भारतीय विदेशों में रह रहे हैं और काम कर रहे हैं और भारत के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। इनकी महत्ता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विदेश में रहने वाले भारतीयों ने इस साल 129 अरब डॉलर (करीब 11 हजार अरब रुपये) की भारी रकम भारत भेजी है। ये आंकड़ा इतना बड़ा है कि पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसे देशों के संयुक्त बजट से भी ज्यादा है. पाकिस्तान का बजट 67 अरब डॉलर है जबकि बांग्लादेश का बजट 68 अरब डॉलर है. गौरतलब है कि पिछले कई सालों से विदेशों में रहने वाले भारतीय दुनिया के अन्य देशों के लोगों की तुलना में सबसे ज्यादा पैसा स्वदेश ला रहे हैं।
विदेशों में रहने वाले भारतीयों द्वारा भेजा गया धन मेक्सिको से आने वाले कुल धन के दोगुने से भी अधिक है। पिछले पांच सालों से भारतीय हर साल 100 अरब डॉलर से ज्यादा का रेमिटेंस भेज रहे हैं, जिसमें सिर्फ साल 2020 एक अपवाद था, क्योंकि उस साल कोरोना महामारी के कारण भारत का रेमिटेंस सिर्फ 83 अरब डॉलर ही था। इस साल मेक्सिको 68 अरब डॉलर के साथ दूसरे, चीन 48 अरब डॉलर के साथ तीसरे, फिलीपींस 40 अरब डॉलर के साथ चौथे और पाकिस्तान 33 अरब डॉलर के साथ पांचवें स्थान पर है। भारत में धन प्रेषण में इस वर्ष 5.8 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है, जबकि पिछले वर्ष यह 1.2 प्रतिशत थी।
भारत को प्राप्त धन प्रेषण का आंकड़ा भारत में कुल विदेशी निवेश से अधिक रहा है। इस साल सितंबर तिमाही में भारत में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश 62 अरब डॉलर रहा।