फेफड़ों के लिए व्यायाम: स्वस्थ फेफड़े ऑक्सीजन की आपूर्ति करने वाले अंग हैं जो जीवित रहने के लिए आवश्यक हैं। इसलिए यदि आप जहरीली हवा में सांस ले रहे हैं, तो जीवित रहने के लिए इसकी क्षमता बढ़ाना सुनिश्चित करें।
वायु प्रदूषण के कारण हर साल लाखों लोगों की मौत हो जाती है। हज़ारों लोग गंभीर सांस संबंधी बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। आपको बता दें कि भारत की राजधानी दिल्ली प्रदूषित राज्यों की सूची में सबसे ऊपर है। इस साल सर्दियां शुरू होने से पहले ही यहां की हवा जहरीली हो गई है। मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली-एनसीआर के कई इलाकों की वायु गुणवत्ता का स्तर 300 के पार पहुंच गया है, जो स्वास्थ्य के लिहाज से बेहद खराब है।
ऐसे में स्वस्थ रहने के लिए फेफड़ों को स्वस्थ रखना बहुत जरूरी है। ये न सिर्फ हमें सांस लेने में मदद करते हैं, बल्कि हमारे शरीर में ऑक्सीजन का संचार भी सुनिश्चित करते हैं। अगर आप अपने फेफड़ों की कार्यप्रणाली को बेहतर बनाना चाहते हैं, तो यहां पांच बेहतरीन व्यायाम बताए गए हैं जो आपके फेफड़ों को मजबूत बनाने में मदद कर सकते हैं-
गहरी सांस लेना
गहरी साँस लेना एक सरल लेकिन प्रभावी व्यायाम है। इसे दिन में कई बार किया जा सकता है। आरामदायक स्थिति में बैठें या लेटें। नाक से गहरी साँस लें और धीरे-धीरे पेट को भरें। कुछ सेकंड के लिए साँस को रोककर रखें और फिर मुँह से धीरे-धीरे साँस छोड़ें। इस प्रक्रिया को 5-10 बार दोहराएँ। ऐसा करने से फेफड़ों की क्षमता बढ़ती है।
हृदय संबंधी व्यायाम
जैसे दौड़ना, साइकिल चलाना या तैरना। ये सभी व्यायाम आपके दिल और फेफड़ों को मजबूत बनाते हैं। ये रक्त संचार को बेहतर बनाते हैं। ऐसे में हफ़्ते में 150 मिनट मध्यम व्यायाम करें, जैसे तेज चलना या साइकिल चलाना। 75 मिनट जोरदार व्यायाम, जैसे दौड़ना या तैरना भी फ़ायदेमंद है।
जोड़
फेफड़ों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए योग बहुत फायदेमंद है। प्राणायाम और दूसरे आसन आपके श्वसन तंत्र को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। ऐसे में भ्रामरी प्राणायाम करें। इसमें नाक से गहरी सांस लेनी होती है और ‘हं’ की ध्वनि के साथ सांस छोड़नी होती है। इसके साथ ही अनुलोम-विलोम भी फायदेमंद है। इसमें एक नाक से सांस अंदर खींची जाती है और दूसरी से सांस छोड़ी जाती है।
मज़बूती की ट्रेनिंग
स्ट्रेंथ ट्रेनिंग से भी मजबूत मांसपेशियों का विकास करके फेफड़ों के स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद मिल सकती है। इसके लिए वेट लिफ्टिंग या बॉडीवेट एक्सरसाइज जैसे पुश-अप्स और स्क्वैट्स करें। ये एक्सरसाइज हफ्ते में कम से कम 2 दिन करें।