समाज में मारिजुआना को लेकर कई तरह की भ्रांतियां हैं। कुछ लोग इसे हानिरहित मानते हैं, जबकि कुछ इसे हानिकारक मानते हैं। अब एक नए अध्ययन ने मारिजुआना के सेवन को लेकर एक और चेतावनी जारी की है। अध्ययन के अनुसार, नियमित रूप से मारिजुआना का सेवन करने वालों में सिर और गर्दन के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
अमेरिका में किए गए एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग नियमित रूप से मारिजुआना का सेवन करते हैं, उनमें सिर और गर्दन के कैंसर होने की संभावना सामान्य लोगों की तुलना में तीन से पांच गुना अधिक होती है। इस अध्ययन में 20 साल के डेटा का विश्लेषण किया गया, जिसमें 1 लाख 16 हज़ार से ज़्यादा अमेरिकी वयस्क शामिल थे। इनमें से कुछ लोगों को मारिजुआना की लत की समस्या थी।
विशेषज्ञ का बयान
अध्ययन के मुख्य लेखक डॉ. नील्स कोकोट ने कहा कि यह अपनी तरह का पहला बड़ा अध्ययन है, जिसमें सिर और गर्दन के कैंसर को सीधे मारिजुआना के सेवन से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि यह जानना जरूरी है कि कौन से व्यवहार सिर और गर्दन के कैंसर के जोखिम को बढ़ाते हैं ताकि लोग उनसे बच सकें। अध्ययन के अनुसार, मारिजुआना के सेवन से मुंह, गले, स्वरयंत्र, लार ग्रंथियों और ऑरोफरीनक्स (जिसमें जीभ, टॉन्सिल और गले की पिछली दीवार शामिल है) के कैंसर का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, अध्ययन में यह नहीं बताया गया कि मारिजुआना का सेवन किस तरह से किया जाता है, जैसे धूम्रपान या खाने से।
कैंसर का कारण
विशेषज्ञों का कहना है कि मारिजुआना के धुएं में कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जो तंबाकू के धुएं में भी पाए जाते हैं और ये कैंसर का कारण बन सकते हैं। इसके अलावा मारिजुआना में मौजूद कुछ तत्व ऐसे एंजाइम को सक्रिय कर सकते हैं, जो कैंसर को बढ़ावा देते हैं। हालांकि, अध्ययन की कुछ सीमाएं भी हैं। उदाहरण के लिए, लोगों ने खुद मारिजुआना के सेवन की सूचना दी है, इसलिए इसकी सही मात्रा का पता नहीं चल सका है। इसके अलावा, अध्ययन में शामिल लोगों की तुलना उम्र और लिंग के आधार पर की गई है, लेकिन शराब और तंबाकू के सेवन जैसे अन्य कारकों को ध्यान में नहीं रखा गया है।
अधिक शोध की आवश्यकता
विशेषज्ञों का कहना है कि इस अध्ययन के बाद और अधिक शोध की आवश्यकता है। लेकिन, इस अध्ययन के नतीजे काफी चिंताजनक हैं और लोगों को मारिजुआना के सेवन को लेकर सतर्क रहने की जरूरत है। मारिजुआना को लेकर कई देशों में कानून बदल रहे हैं और इसे वैध किया जा रहा है। लेकिन, इस अध्ययन के बाद लोगों को मारिजुआना के सेवन को लेकर सावधान रहने की जरूरत है और इसके संभावित खतरों के बारे में जागरूक होना चाहिए।