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जानिए धनतेरस पर कौनसे सामान से होती है नकाराती शक्तियों का प्रभाव, और कौनसे सामान से मिलता है पॉजिटिव एनर्जी!

धनतेरस का पर्व हिंदू धर्म में बहुत महत्वपूर्ण है और इसे विशेष श्रद्धा और भक्ति से मनाया जाता है। धनतेरस को कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के रूप में मनाया जाता है, और इसका मुख्य उद्देश्य माता लक्ष्मी, भगवान गणेश और कुबेर देवता की पूजा करना है जिससे धन और दौलत में वृद्धि हो। इस दिन विशेष रूप से पीतल के बर्तनों की खरीदारी की जाती है, क्योंकि यह संकेतिक रूप से सौभाग्य और स्वास्थ्य की वृद्धि को प्रतिष्ठित करता है। धनतेरस के दिन कुबेर देव को पीतल के कलश के रूप में प्रस्थान करते हुए पूजा की जाती है, जिससे संकेतिक रूप में धन की प्राप्ति होती है।

धनतेरस के दिन सोने, चांदी, और बर्तनों की खरीदारी को भी काफी शुभ माना जाता है, जिससे लोग इन वस्तुओं की खरीदारी करते हैं। इस दिन अन्य धातुओं जैसे कि स्टील, प्लास्टिक, और लोहे की वस्तुएं नहीं खरीदनी चाहिए, क्योंकि इसका मान्यता में नुकसान का संकेत माना जाता है। धनतेरस के दिन तेल या तेल के उत्पादों जैसे कि घी और रिफाइंड तेल नहीं लेना चाहिए। इस दिन भूलकर भी धारदार वस्तुएं जैसे चाकू, कैंची, और सुई नहीं खरीदनी चाहिए, क्योंकि ऐसी वस्तुएं खरीदने से वास्तु दोष उत्पन्न हो सकता है।

इस पवित्र दिन पर, हमें भगवान की कृपा प्राप्त हो, और हमारे जीवन में समृद्धि और खुशियाँ आएं। धनतेरस की शुभकामनाएँ!