ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की तारीफ करते हुए उन्हें तीनों फॉर्मेट का सर्वकालिक महान गेंदबाज करार दिया है। बुमराह ने हाल ही में समाप्त हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन करते हुए पांच टेस्ट मैचों में 32 विकेट हासिल किए। यह ऑस्ट्रेलिया में किसी विदेशी तेज गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है।
बुमराह का सीरीज में प्रदर्शन
बुमराह को ‘प्लेयर ऑफ द सीरीज’ चुना गया। उन्होंने 13.06 के औसत और 28.3 की स्ट्राइक रेट से विकेट चटकाए। क्लार्क का मानना है कि सिडनी टेस्ट में अगर बुमराह ने दूसरी पारी में गेंदबाजी की होती और भारत ने कुछ और रन बनाए होते, तो भारत मैच जीत सकता था और सीरीज 2-2 से बराबर कर सकता था।
क्लार्क का बयान
माइकल क्लार्क ने कहा:”बुमराह तीनों फॉर्मेट में अब तक का सबसे महान तेज गेंदबाज है। वह किसी भी परिस्थिति और किसी भी फॉर्मेट में शानदार प्रदर्शन करता है। यही चीज उसे महान बनाती है।”
क्लार्क ने यह भी कहा कि बुमराह के प्रदर्शन को देखकर वह उन्हें उन तेज गेंदबाजों की सूची में सबसे ऊपर रखते हैं, जिन्होंने टी20 और वनडे के साथ टेस्ट क्रिकेट भी खेला है।
सिडनी टेस्ट का प्रभाव
क्लार्क का मानना है कि बुमराह की चोट भारत के लिए निर्णायक साबित हुई।”अगर भारत सिडनी टेस्ट में 180 रनों की बढ़त ले पाता और बुमराह गेंदबाजी करते, तो भारत वह मैच जीत सकता था। बुमराह इतने शानदार गेंदबाज हैं कि वह अपनी टीम के बाकी गेंदबाजों से कहीं आगे हैं।”
अन्य भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन
सीरीज में मोहम्मद सिराज ने भी 31.15 के औसत से 20 विकेट लिए, लेकिन बुमराह का प्रदर्शन सिराज सहित अन्य सभी गेंदबाजों से बेहतर था।
जसप्रीत बुमराह का यह प्रदर्शन भारत के लिए गर्व की बात है और उन्हें तीनों फॉर्मेट में महानतम गेंदबाजों में शामिल करता है।